एल्सवेर और हीरो रियल्टी आयोजित करेंगे दो-दिवसीय थिंक फेस्ट ‘स्पीकिंग अलाउड 2023’। विचारोत्तेजक व क्रांतिकारी ‘स्पीकिंग अलाउड’ में देखने को मिलेगी विद्या शाह की प्रस्तुति

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दक्ष दर्पण समाचार सेवा dakshdarpan2022@gmail.com

चंडीगढ़, 28 मार्च, 2023: हीरो रियल्टी के सहयोग से एल्सवेर फाउंडेशन द्वारा दो-दिवसीय थिंक फेस्ट ‘स्पीकिंग अलाउड’ आयोजित किया जाएगा। यह अद्वितीय आयोजन प्रख्यात लेखकों, पैनलिस्टों और कलाकारों द्वारा विचारों के एक उत्साहजनक और अंतर्दृष्टिपूर्ण आदान-प्रदान के लिए मंच तैयार करेगा। कार्यक्रम का आयोजन दो स्थानों पर, 30 मार्च को सीआईआई उत्तरी क्षेत्र मुख्यालय, सेक्टर 31, चंडीगढ़ में, और 31 मार्च को चंडीगढ़ क्लब में किया जाएगा।

बैस्टसेलिंग लेखक आशीष कौल ने चंडीगढ़ प्रेस क्लब में आयोजित एक प्रेस वार्ता के दौरान ‘स्पीकिंग अलाउड’ के पहले संस्करण का विवरण साझा किया। वह ‘स्पीकिंग अलाउड’ को सपोर्ट करने वाले कॉर्पोरेट – हीरो रियल्टी के चीफ मार्केटिंग ऑफिसर हैं। कौल के साथ नगीना बैंस और एल्सवेर फाउंडेशन के को-फाउंडर सुकांत दीपक भी मौजूद रहे।

आशीष कौल, चीफ मार्केटिंग ऑफिसर, हीरो रियल्टी ने कहा, “हम अपने सीएसआर प्रोग्राम के तहत इस अनूठे उत्सव को सहयोग देने के लिए उत्साहित हैं और सम्मानित महसूस कर रहे हैं। हमें लगता है कि थिंक फेस्ट के साथ जुड़ना हीरो रियल्टी के लिए कला व साहित्य को बढ़ावा देने का एक शानदार तरीका है। यह महोत्सव प्रख्यात लेखकों, विचारकों, पत्रकारों और अन्य कलाकारों को एक मंच पर लाएगा और प्रसिद्ध लेखकों को विचारशील बहस और संवादों में शामिल होने का अवसर देगा।

उल्लेखनीय है कि आशीष कौल एक लेखक होने के अलावा एक सफल कंटेंट प्रोड्यूसर और बिजनेस लीडर भी हैं। अपने 29 साल के शानदार करियर के साथ, कौल ज़ी नेटवर्क और एस्सेल ग्रुप के पूर्व समूह अध्यक्ष रह चुके हैं। इसके अलावा, वह बजाज ग्रुप तथा हिंदुजा ग्रुप (मीडिया बिजनेस) में बिजनेस हेड, न्यूज 24 के ग्रुप सीईओ, फोकलोर एंटरटेनमेंट के फाउंडर तथा प्रकाश झा फिल्म्स के सीईओ भी रह चुके हैं।

सुकांत दीपक,को-फाउंडर, एल्सवेर ने कहा, “स्पीकिंग अलाउड का उद्देश्य एक ऐसा मंच बनना है जो उद्वेलित करता है, दिमाग जागृत करता है और वार्तालाप को प्रोत्साहित करता है, साथ ही जो रहस्योद्घाटन करके चौंकाता है। यह एक ऐसा स्थान है जिसे हम प्रगतिशील विचारकों, नवीन विचारों और गंभीर वार्तालापों के लिए तैयार कर रहे हैं जो परिवर्तन के उत्प्रेरक के रूप में कार्य करते हैं।”

प्रसिद्ध लेखकों और कलाकारों के पैनल में जेसीबी पुरस्कार विजेता खालिद जावेद, प्रसिद्ध प्रकाशक रवि सिंह, अरुणव सिन्हा, प्रमुख गायक रब्बी शेरगिल, प्रभावशाली कलाकार ठुकराल एवं तागरा, प्रसिद्ध लेखक समीना मिश्रा, इता महरोत्रा, आशीष कौल और कवि इंदर सलीम शामिल हैं। प्रशंसित पत्रकार निरुपमा दत्त, लेखक, इंडियन एक्सप्रेस की स्थानीय संपादक मनराज ग्रेवाल शर्मा और फिल्म निर्माता एवं विद्वान दलजीत अमी अपने विचार व्यक्त करेंगे।

कलाओं का यह उत्सव विविध सोच वाले लोगों को एक साथ लेकर आ रहा है, जो न केवल अपनी प्रक्रियाओं बल्कि समकालीन परिस्थितियों के बारे में बात करते हैं, जो उनके काम का हिस्सा हैं।

एल्सवेर फाउंडेशन की को-फाउंडर और भारतीय उद्योग परिसंघ – भारतीय महिला नेटवर्क (सीआईआई- आईडब्ल्यूएन), चंडीगढ़ की अध्यक्ष, नगीना बैंस कहती हैं, “भारतीय साहित्य में क्या शामिल है, हम कला के लेंस के जरिए पंजाब को कैसे देखते हैं, क्या हमारे युवा पर्याप्त पढ़ रहे हैं, और कश्मीर से क्या नेरेटिव निकल कर आ रहे हैं, ये कुछ ऐसे विषय हैं जिन पर चर्चा की जाएगी।”

30 मार्च का कार्यक्रम दोपहर 2 बजे शुरू होगा। इसका पहला सत्र – भारतीय साहित्य से कौन डरता है? में भाग लेने वाले वक्ताओं में खालिद जावेद (जेसीबी पुरस्कार विजेता लेखक), अरुणव सिन्हा (क्रॉसवर्ड-पुरस्कार विजेता अनुवादक), निरुपमा दत्त (पुरस्कार विजेता कवि) और रवि सिंह (प्रकाशक, स्पीकिंग टाइगर) प्रमुख नाम हैं, जो इस बात पर विचार करेंगे कि कैसे विविध भाषाओं का भारतीय साहित्य अंग्रेजी में अनुवादित होने के बाद सुर्खियां बटोर रहा है और पुरस्कार जीत रहा है।

कला के नजरिए से पंजाब’ नामक दूसरे सत्र का संचालन प्रसिद्ध गायक रब्बी शेरगिल और प्रशंसित कलाकार ठुकराल व तागरा द्वारा किया जाएगा, जो समकालीन पंजाब के बारे में बात करेंगे और अपनी कला के माध्यम से अपने विचारों को प्रस्तुत करेंगे। कार्यक्रम का संचालन फिल्म निर्माता एवं विद्वान दलजीत द्वारा किया जाएगा।

तीसरा सत्र – द रीडिंग यंग: बस्टिंग द मिथ में इस पर विचार होगा कि युवा पर्याप्त नहीं पढ़ रहे हैं। बच्चों की लेखिका और फिल्म निर्माता समीना मिश्रा और ग्राफिक उपन्यासकार इता मेहरोत्रा द्वारा प्रस्तुत इस सत्र में युवा वयस्कों की पढ़ने की आदतों पर बात होगी।

दिन का समापन लेखक आशीष कौल और परफॉर्मेंस आर्टिस्ट व लेखक इंदर सलीम द्वारा ‘कश्मीर पर लेखन’ सत्र के साथ होगा, जो कश्मीर से निकलते अलग-अलग नेरेटिव्स को लगातार जीवंत करने की आवश्यकता पर बल देंगे।

31 मार्च को शाम 7.30 बजे, गायिका विद्या शाह एक खास कार्यक्रम ‘अख्तरी’ के जरिए हमें बेगम अख्तर के जादू के करीब लाएंगी।

स्पीकिंग अलाउड’ दर्शकों को दुनिया की वैसी ही कल्पना करने के लिए आमंत्रित करता है जैसी वह है और जैसी हो सकती है। फेस्टिवल सभी के लिए ओपन और सुलभ है। इसके लिए किसी पास या टिकट की आवश्यकता नहीं है।

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