धर्मपाल वर्मा
दक्ष दर्पण समाचार सेवा

रेवाड़ी से ही चुनाव लड़ेंगे आरती सिंह राव।
राजनीतिक पर्यवेक्षक इस राय के हैं कि बेशक आरती राव के चुनाव लड़ने के लिए मंडी अटेली, नांगल चौधरी सहित कई विधानसभा क्षेत्रों के नाम लिए जा रहे हो लेकिन वे रेवाड़ी से बाहर चुनाव नहीं लड़ेंगी ।इसके कई कारण हैं। इन्हीं कारणों के दृष्टिगत पिछले दिनों आरती राव ने अपने रेवाड़ी दौरे के समय सार्वजनिक तौर पर कहा कि कोई नांगल चौधरी का जिक्र करता है कोई मंडी अटेली का परंतु उनका मकसद रेवाड़ी से ही चुनाव लड़ने का है और रेवाड़ी से चुनाव क्यों ना लड़े यही उनका हल्का है उनका गांव इस हल्के में है उनका घर हल्के में है।
जहां तक राव इंद्रजीत सिंह का सवाल है उनका इरादा भी अपनी बेटी को रेवाड़ी से ही चुनाव लड़ाने का बताया जा रहा है। एक कारण यह भी है कि रेवाड़ी में भारतीय जनता पार्टी का सिटिंग एमएलए नहीं है यदि सिटिंग एमएलए होता तो आरती के लिए टिकट का सवाल थोड़ा मुश्किल हो सकता था। पिछले चुनाव में भी राव इंदरजीत सिंह के समर्थक उम्मीदवार ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा था लेकिन इसका लाभ कांग्रेस के चिरंजीव राव को मिल गया। राव इंद्रजीत सिंह इस बात को अच्छी तरह से समझते हैं कि भारतीय जनता पार्टी अहीरवाल में अपने मौजूदा विधायकों की टिकटें नहीं काटेगी लेकिन इनमें महेंद्रगढ़ एक अपवाद हो सकता है जहां उम्र का हवाला देकर रामविलास शर्मा की टिकट काटे जाने के हालात बन रहे हैं। राव इंदरजीत सिंह महेंद्रगढ़ के अलावा बादशाहपुर, गुरुग्राम विधानसभा क्षेत्रों में अपने समर्थकों को चुनाव लड़ाने ही नहीं विधायक बनाने की जुगत में हैं और उन्हें 4 नए विधानसभा क्षेत्रों में सफलता भी मिल सकती है। ऐसे में उनके पास अगली विधानसभा में सात-आठ विधायकों का प्रेशर ग्रुप बनाने का अवसर रहेगा। गुरुग्राम नगर निगम के चुनाव में कई चीजें साफ हो जाएंगी और आजकल राव इंद्रजीत सिंह इसी काम पर फोकस किए हुए नजर आ रहे हैं।

एक सभा को संबोधित करती आरती सिंह राव।

जनसंपर्क अभियान के दौरान अपने समर्थकों के बीच आरती सिंह राव।

पिता राव इंद्रजीत सिंह के साथ आरती सिंह राव।