फतह सिंह उजाला
दक्ष दर्पण समाचार सेवा
सोमवार को निरीक्षक आनन्द कुमार, प्रभारी अपराध शाखा सैक्टर-31, गुरुग्राम की टीम को एक सूचना प्राप्त हुई कि दिनांक 04.11.2021 (दीपावली की रात) को गाँव कासन के पूर्व सरपंच के घर में घुसकर फायरिंग करके 04 लोगों की हत्या करने के मामले का मुख्य सरगना/मास्टरमाईन्ड तथा 50 हजार रुपए का ईनामी/वान्छित बदमाश एक कार में सवार होकर नौरंगपुर-तावङू रोङ पर आने वाला है।
निरीक्षक आनन्द कुमार, प्रभारी अपराध शाखा सैक्टर-31, गुरुग्राम तथा निरीक्षक नरेन्द्र कुमार, प्रभारी अपराध शाखा सैक्टर-17 की पुलिस टीमों ने उपलब्ध सुरक्षा उपकरणों के साथ नौरंगपुर-तावङू रोङ पर नाकाबन्दी करके उपरोक्त आरोपी को काबू करने का प्रयास किया। आरोपी ने पुलिस टीम पर गोली चलाकर जानलेवा हमला किया, परन्तु पुलिस टीमों ने मुठभेड़ के बाद उसे काबू कर लिया जिसकी पहचान *योगेन्द्र उर्फ रिन्कू (उम्र 36 वर्ष)* के रुप में हुई। इस घटना में दोनों तरफ से फायरिंग हुई थी। पुलिस टीम पर गोली चलाकर जानलेवा हमला करने पर आरोपी के विरुद्ध थाना खेङकी दौला में धारा 186, 307, 332, 353 भा.द.स. तथा धारा 25 (1बी)(ए), 24 (1) शस्त्र अधिनियम के तहत अभियोग अंकित किया गया। पुलिस टीम द्वारा *आरोपी के कब्जा से 01 कार (ह्युन्डई आई-20), 01 पिस्टल व 03 खाली खोल बरामद* किए गए है।
आरोपी योगेन्द्र उर्फ रिन्कू ने दिनांक 04.11.2021 दीपावली की रात को अपने साथियों के साथ मिलकर कासन गाँव के पूर्व सरपंच के घर में घुसकर फायरिंग करते हुए 04 लोगों की हत्या कर दी थी। इस गोलीबारी में 02 व्यक्ति घायल भी हो गए थे। इस हत्याकाण्ड का यह मुख्य आरोपी व मास्टरमाईन्ड/सरगना था। वर्ष-2007 में इसके भाई मनोज की हत्या हो गई थी जिसका बदला लेने के लिए इसने अपने अन्य साथियों के साथ इस हत्याकाण्ड की योजना बनाई थी तथा योजनानुसार वारदात को अन्जाम दिया था। *इस मामले में इस मुख्य आरोपी सहित गुरुग्राम पुलिस द्वारा अब तक कुल 18 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है,* जिनसे वारदात में प्रयोग गाङियां, मोटरसाईकिलें, हथियार व एमुनेशन भी बरामद किए जा चुके है।
आरोपी रिन्कू उपरोक्त ने पुलिस पूछताछ में बतलाया कि वर्ष-2007 में इसके भाई मनोज की हत्या की गई थी, जिसकी रंजिश रखते हुए और बदला लेने की नीयत से इसने अपने अन्य साथियों के साथ दीपावली के दिन हत्याकाण्ड की योजना बनाई थी तथा योजनानुसार वारदात को अन्जाम दिया था। इस हत्याकाण्ड को अन्जाम देने के बाद पुलिस से बचने के लिए यह राजस्थान व झारखण्ड में विभिन्न स्थानों पर रहा। *इसके खिलाफ हत्या व हत्या के प्रयास के कुल 08 अभियोग अंकित है और इसकी गिरफ्तारी पर हरियाणा पुलिस द्वारा 50 हजार का ईनाम भी घोषित किया हुआ है।* अभियोग अनुसंधानाधीन है।