फतह सिंह उजाला
कैप्टन अजय सिंह यादव ने बताया संविधान में नियम है कि किसी भी लोकसभा सांसद की सदस्यता रद्द करने से पहले चुनाव आयोग को महामहिम राष्ट्रपति की अनुमति लेगा फिर भी बिना महामहिम राष्ट्रपति की अनुमति नही ली गई। बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर जी के बनाए हुए संविधान को भी भाजपा कुछ नही समझती। इतना ही नही यह सब कुछ करने के बाद अपने भगोडे दोस्तों ललित मोदी, नीरव मोदी, मेहुल चौकसी को बचाने के लिए बोल रहे हैं कि ओबीसी वर्ग का अपमान हुआ है। अरे मोदी नाम लगाने से क्या सभी ओबीसी बन जाते हैं। भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समय में सबसे ज्यादा शोषण ओबीसी समाज का हुआ है। आज तक मंडल कमीशल लागू नही हुआ, ओबीसी वर्ग को उनका आरक्षण का अधिकार नहीं मिल रहा जिसके लिए जातिय जनगणना देश में होनी बेहद जरूरी थी लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने आज तक जातिगत जनगणना नही करवाई। क्रीमीलेयर को कम नही किया जा रहा, वही न्यायिक व्यवस्था से लेकर शिक्षण संस्थान हो या फिर कोई अन्य संस्थान सभी जगह ओबीसी के पद खाली पड़े हुए हैं, ओबीसी वर्ग का अलग से मंत्रालय बनना चाहिए था। पंचायती राज में ओबीसी वर्ग को आरक्षण मिलता था लेकिन भाजपा सरकार ने वह भी ओबीसी से छीन लिया इस तरह से असली अपमान तो ओबीसी वर्ग का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने किया है।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता पंकज डावर ने कहा कि राहुल गांधी को गलत तथ्यों के आधार पर केस में फैंसाया जा रहा है। इसी मामले में हाईकोर्ट ने स्टे लगा रखा था लेकिन शिकायतकर्ता ने वहां से केस वापिस लिया और निचली अदालत में जाकर याचिका डाली फिर सैंवधानिक संस्थाओं का दुरूप्रयोग करके लोकतंत्र का गला घोटा जा रहा है। भाजपा का यह षडयंत्र है ताकि देश के असली मुद्दे अडाणी और मेहुल चौकसी से ध्यान भटक जाए, लेकिन कांग्रेस पार्टी ऐसा नही होने देगी। कांग्रेस पार्टी उपरी अदालत में जाएगी और हमें न्यायालय पर पूरा भरोसा है कि सच्चाई की जीत होगी। देश के लिए शहादत देने वाले गांधी परिवार पर इस तरीके के आरोप लगाना भाजपा की घटिया सोच दर्शाता है। देश की जनता के लिए 3500 किलोमीटर की पैदलयात्रा करके लोटे हैं। भाजपा तो राहुल गांधी जी से बुरे तरीके से डरी हुई है।
इस मौके पर वरिष्ठ कांग्रेस नेता पंकज डावर, पूर्व सरपंच जगमोहन यादव, ओबीसी विभाग के नेशलन कोर्डिनेटर लाल सिंह यादव, गुडगांव उद्दोग एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रवीण यादव, विरेंद्र यादव, विनोद शर्मा मीनु, अमित कोचर, मनोज आहुजा, पी एल कटारिया इत्यादि मौजूद रहे।