ओलावृष्टि के साथ जमकर बरसे बदरा, फसलें बर्बाद, जिले में सुबह से बारिश का दौर जारी। दुकानों के आगे सड़कों पर भरा पानी, फसलों के नुकसान से किसान परेशान। एनसीआर (हरियाणा) में 31 मार्च से 1अप्रैल तक फिर देखने को मिलेगा मौसम में बदलाव।

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अशोक कुमार कौशिक

. दक्ष दर्पण समाचार सेवा dakshdarpan2022@gmail.com


नारनौल। जिला महेंद्रगढ़ में 1 सप्ताह से मौसम का मिजाज बदला हुआ है कभी बारिश कभी ओले तो कभी रिमझिम सावन जैसी फुहार लगी हुई है बारिश है कि रुकने का नाम ही नहीं ले रही। शुक्रवार को भी प्रातः 6 बजे से बूंदाबांदी शुरू हो रही है किसानों की फसल को तो पहले ही ओलावृष्टि से काफी नुकसान हुआ है। दोपहर बाद प्रदेश के अलग अलग हिस्सों में आसमान में बादल उमड़ पड़े और देखते ही देखते तेज हवाओं के बारिश आनी शुरू हो गई। कुछ ही देर में काली घटाओं ने दिन में ही रात का नजारा दिखाया और तेज बारिश शुरू हो गई। कड़कड़ाती बिजली और बादलों की तेज गर्जना के साथ हुई भारी बरसात ने कई क्षेत्रों में जलभराव की स्थिति पैदा कर दी। खबर है कि जिले के लगभग 2 दर्जन गांव में ओलावृष्टि से धरती सफेद हो गई।

दोहान पच्चीसी के गांव नांगल काठा, महेंद्रगढ़ के गांव नांगल सिरोही, पाल, गडानिया, देवास, कोथल खुर्द, बेवल, कनीना उपमंडल के गांव खैराना तथा मुण्डिया खेड़ा में ओलावृष्टि के कारण फसलों को भी नुकसान पहुंचा है। मुंडिया खेड़ा गांव में तो किसानों के गेहूं की फसल को तबाह कर दिया।

मौसम में आए बदलाव के कारण जहां लोगों को परेशानी हुई, वहीं किसानों के माथे पर भी चिंता की रेखाएं देखने को मिल रही है। जिले के कुछ क्षेत्रों में गत सोमवार को बारिश के साथ ओलावृष्टि भी हुई, जिसके कारण खेतों में गेंहू व सरसों की फसल बिछ गई। साथ ही खेतों में पानी भर गया, जिसके कारण फसलों को भारी नुकसान हो सकता है। जलभराव की निकासी का उचित प्रबंध न होने के कारण भी किसान चिंतित नजर आ रहे है। उधर, मौसम विभाग ने 25 मार्च तक मौसम परिवर्तन शील रहने की संभावना जताई है। हालांकि बरसात के कारण लोगों को गर्मी से भी राहत मिली है, लेकिन परेशानी अधिक हुई।

अब शहर में व्यापारियों को अपने व्यापार में भी नुकसान हो रहा है दुकानों के आगे पानी भरा होने से ग्राहक नहीं पहुंच पा रहे हैं। लोगों ने बताया कि क्षेत्र में एक हफ्ता से गोरी बारिश रुकने का नाम नहीं ले रही गांव में किसानों की फसल और अवस्थी की वजह से खराब हो चुकी है शहरों में भी दुकानदारों में व्यापारी वर्ग का व्यापार ठप होता जा रहा है क्योंकि बारिश के चलते शहर में ग्राहक नहीं पहुंच रहे हैं।

उन्होंने बताया कि जब सुबह बारिश हो जाती है तो ग्रामीण अंचल में रहने वाले लोग शहर में अपनी जरूरत की वस्तुएं खरीदने भी नहीं पहुंचते क्योंकि शहर के अंदर रास्तों पर पानी जमा है। महेंद्रगढ़ शहर की सभी सड़कें टूटी हुई है सड़कों में एक से डेढ़ फुट तक गहरे गड्ढे बने हुए हैं जिसके आने जाने वाले राहगीरों व पैदल चलने वालों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।

नारनौल शहर की नालियों में कचरा जमा होने की वजह से बाजार में पानी जमा हो जाता है और कीचड़ बन जाती है फल स्वरुप लोगों का आना-जाना मुश्किल हो जाता है।

हरियाणा एनसीआर दिल्ली में वृहस्पतिवार को शाम बाद से ही मौसम प्रणाली पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव साफ और पर दिखाई दिया । जिसकी वजह से सम्पूर्ण इलाके पर बादल वाही और हल्की से मध्यम आकार की बारिश और तेज गति से हवाएं अंधड़ चलने गरज चमक के साथ एक दो स्थानों पर ओलावृष्टि की गतिविधियों को दर्ज किया गया है।

राजकीय महाविद्यालय नारनौल के पर्यावरण क्लब के नोडल अधिकारी डॉ चंद्रमोहन ने बताया कि वर्तमान परिदृश्य में एक सशक्त पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने की वजह से राजस्थान पर एक प्रेरित चक्रवातीय सरकुलेशन बना हुआ है ।जिसकी वजह से सम्पूर्ण मैदानी राज्यों राजस्थान पंजाब हरियाणा एनसीआर दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश पर बारिश की गतिविधियों को दर्ज किया गया है। आज सुबह जिला महेंद्रगढ़, चरखी दादरी, झज्जर, रोहतक, भिवानी, रेवाड़ी, गुड़गांव, सोनीपत, हांसी, हिसार, गुरुग्राम आदि स्थानों पर तेज़ गति से हवाएं अंधड़ चलने और हल्की से मध्यम बारिश की गतिविधियों को दर्ज किया गया है । साथ ही आज शाम से रात्रि के दौरान हरियाणा एनसीआर दिल्ली में भी बारिश और तेज गति की हवाएं अंधड़ चलने और एक दो स्थानों पर गरज चमक के साथ ओलावृष्टि की संभावना बन रही है क्योंकि लगातार गरज चमक के नये बादलों का निर्माण जारी है ।

वर्तमान शाम पांच बजे तक में जिला हांसी, हिसार, भिवानी, चरखी दादरी, महेंद्रगढ़ में सतनाली, महेंद्रगढ़ और नांगल सिरोही, कनीना व अटेली आदि स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश की गतिविधियां चल रही है । डेरोली जाट, नांगल सिरोही, भांडोर, गोमला, भोजावास, ढाणी कोलाणा आदि स्थानों पर ओलावृष्टि की गतिविधियों को दर्ज किया गया है।

इस मौसमी प्रणाली द्वारा पंजाब और हरियाणा में आज और कल बारिश और गरज के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। बिजली गिरने और गरज के साथ एक दो स्थानों पर ओलावृष्टि और तेज हवाएं आग में घी का काम कर सकती हैं, जिससे रबी की फसलों को नुकसान हो सकता है। ओलावृष्टि और तेज हवाओं का संयोग खड़ी फसलों के लिए घातक माना जाता है। एक बार दर्ज हो जाने के बाद, मौसम में पर्याप्त सुधार होने के बाद भी तना पूरी तरह से सीधा नहीं हो सकता है। वर्तमान परिदृश्य में पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी पर्वतीय क्षेत्रों पर सक्रिय है और तेजी से आगे बढ़ रहा है। एक प्रेरित चक्रवातीय हवाओं का क्षेत्र उत्तरी राजस्थान और पश्चिमी हरियाणा पर बना हुआ है। सुबह से बारिश की गतिविधियों के बाद दोपहर से हरियाणा एनसीआर दिल्ली में अधिकतर स्थानों पर मौसम साफ और शुष्क बना हुआ है। परन्तु शाम को एक बार फिर से सम्पूर्ण इलाके पर बादल वाही देखने को मिल रही है । साथ ही इस दौरान 15-20 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही है ।

ओलावृष्टि गतिविधियों के लिए एक और मौसम प्रणाली जेट धाराओं का रूख दक्षिणी होना भी प्रमुख भूमिका निभा रहा है । इन मौसमी प्रणालीयों के संयुक्त प्रभाव से, राजस्थान,पंजाब, हरियाणा एनसीआर दिल्ली में अधिकांश स्थानों पर बारिश और गरज के साथ छींटे और कुछ स्थानों पर ओलावृष्टि होने की संभावना है। 25-26 मार्च के दौरान हरियाणा एनसीआर दिल्ली के पूर्वी और उत्तरी जिलों पर अधिक प्रभाव देखने को मिलेगा लगातार मौसम में बदलाव और तापमान में उतार चढाव जारी है।

आज हरियाणा एनसीआर दिल्ली में अधिकतर स्थानों पर न्यूनतम तापमान 13.0 डिग्री सेल्सियस से 16.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है जबकि जिला महेंद्रगढ़ में नारनौल और महेंद्रगढ़ का रात्रि तापमान 16.0 डिग्री सेल्सियस और 15.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है ।जबकि जिला महेंद्रगढ़ में नारनौल में 2.0 मिलीमीटर, सतनाली 8.0 मिलीमीटर और महेंद्रगढ़ में 5.0 मिलीमीटर और कनीना 3.0 मिलीमीटर और पाली में 27.5,आकोदा में 20.0 मिलीमीटर बारिश की गतिविधियों को दर्ज किया गया है। जबकि अटेली में 3.0 मिलीमीटर और नांगल चौधरी में केवल हल्की बूंदाबांदी ही हुई है। पांच दिनों के ब्रेक के बाद एक नया ताजा पश्चिमी विक्षोभ 30 मार्च को सक्रिय होने से उत्तरी मैदानी राज्यों विशेषकर हरियाणा एनसीआर दिल्ली में 31 मार्च से 1अप्रैल के दौरान फिर से मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा।

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