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स्वयं सेवी संस्था यूथ पीस फाउंडेशन द्वारा प्राथमिक प्रशिक्षण केन्द्र , भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल, भानु में पीस इजूकेशन प्रोग्राम (शांति शिक्षा कार्यक्रम) कार्यशाला के समापन का किया गया आयोजन ।
प्राथमिक प्रशिक्षण केन्द्र , भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल, भानु, पंचकुला (हरियाणा) में यूथ पीस फाउंडेशन के सदस्यों के द्वारा शांति शिक्षा कार्यक्रम की 10 दिन की कार्यशालाओं के उपरांत समापन का आयोजन किया गया । इस अवसर पर श्री ईश्वर सिंह दुहन, महानिरीक्षक, प्राथमिक प्रशिक्षण केन्द्र, श्री राजेश शर्मा, उप महानिरीक्षक, श्री विक्रांत थपलियाल, सेनानी एवं यूथ पीस फाउंडेशन के सदस्य तथा प्राथमिक प्रशिक्षण के पदाधिकारी उपस्थित थे।
यूथ पीस फाउंडेशन अभियान मानवता और शांति की संस्कृति के निर्माण की दिशा में एक प्रतिबद्वता है । तेजी से बदलते जीवन में जहां पढाई,काम और तकनीकी लगातार उन्हे चुनौती दे रहे है , युवाओं के पास अपनी शांति और भलाई के बारे में सोचने के लिए बहुत कम समय है। हम विभिन्न गतिविधियों , प्रशिक्षण और कार्यशालाओं के माध्यम से युवाओं में विचारों का आवाहन कर रहे है और शांति की संस्कृति विकसित कर रहे हैं । व्यक्तियों को अपने जीवन में शांति प्राप्त करने में मदद करने की कोशिश कर रहा है, अच्छे वातावरण और तनाव मुक्त दिमाग के महत्व को समझाकर, हर मनुष्य को स्वस्थ जीवन जीने की प्रेरणा देते हैं।
प्राथमिक प्रशिक्षण केन्द भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल भानू में यूथ पीस फाउंडेशन के सदस्यों द्वारा दिनांक- 13.03.2023 से 23.03.2023 तक शिक्षा शांति कार्यक्रम के तहत व्याख्यान एवं कार्यशालाओं का आयोजन किया गया । जिसमें शांति , प्रशंसा, अंदरूनी शक्ति , आत्म जागरूकता, स्पस्टता , समझ, गरिमा ,पसंद, आशा , संतोष इत्यादि विषयों पर व्याख्यान के माध्यम से समझाने का पूरा प्रयास किया गया। यूथ पीस फाउंडेसन संस्था के सदस्यों के द्वारा 10 दिनों के प्रशिक्षण के उपरांत कार्यशालाओं में उपस्थित सभी पदाधिकारियों को सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया गया।
ईश्वर सिंह दुहन, महानिरीक्षक, द्वारा संस्था के सभी सदस्यों को प्राथमिक प्रशिक्षण केन्द्र, भानु में 10 दिन की कार्यशाला का आयोजन करने पर उनका धन्यवाद किया और कहा कि आप लोग हमारे बीच में आये और शांति शिक्षा कार्यक्रम की कार्यशाला का आयोजन किया हैं उससे निश्चित रूप से हम सभी लोग लाभांविंत होंगें और नुस्खो को अपने जीवन में नियमित रूप से इस्तेमाल करेंगे। अंत में महोदय द्वारा उनका पुन: धन्यवाद किया गया।