दक्ष दर्पण समाचार सेवा
नारायणगढ़ नन्द सिंगला
पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री व अंबाला लोकसभा क्षेत्र से सांसद रतन लाल कटारिया ने देश में खेलों की स्थिति में हो रहे सुधार को लेकर बताया कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के युवाओं को पढ़ाई के साथ-साथ खेलों में रुचि बढ़ाने के लिए कार्य कर रहे हैं, ताकि देश का युवा नशे और बुरी आदतों से दूर होकर खेलों के माध्यम से देश के विकास में अपना योगदान कर सकें।
कटारिया ने कहा कि खेलो इंडिया स्कीम ग्रामीण क्षेत्रों सहित देश के खिलाड़ियों के बीच अंतरराष्ट्रीय भावना को बढ़ावा दे रही है। खेलो इंडिया स्कीम का उद्देश्य देश में खेल संस्कृति को बढ़ावा देना और खेल उत्कृष्टता प्राप्त करना है जिससे जनता इसके cross-cutting प्रभाव के माध्यम से खेल की शक्ति का उपयोग कर सके। यह युवाओं के बीच खेलों के व्यापक आधार और पूरे देश में खेल कार्यकलापो को बढ़ावा देने पर केंद्रित है। इस स्कीम के तहत, अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप प्रशिक्षण और अनुभव प्रदान करने के उद्देश्य से विभिन्न पहले की गई है। जिसमें मान्यता प्राप्त अकादमियो में खेलों इंडिया एथलीटों का प्रशिक्षण शामिल है। ये एथलीट खेलो इंडिया यूथ और यूनिवर्सिटी गेम्स में भाग लेते हैं, जहां तकनीकी मानदंड अंतरराष्ट्रीय मानकों का है। इसके अलावा, ये एथलीट विभिन्न मंचों पर राष्ट्रीय या अंतरराष्ट्रीय एथलीटों के साथ प्रतिस्पर्धा करते हैं, जो उनकी क्षमताओं को बढ़ाते हैं और भविष्य की राष्ट्रीय/अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के लिए देश की बेंच स्ट्रेंथ को मजबूत करते हैं।
कटारिया ने कहा कि खेलों इंडिया स्कीम के तहत कुल 2550 खेलो इंडिया एथलीटों की पहचान की गई है और मुझे यह बताते हुए गर्व महसूस हो रहा है कि इसमें सबसे अधिक 423 खिलाड़ी हरियाणा राज्य के हैं, जो एक छोटे से राज्य का सबसे अधिक संख्या में प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।
कटारिया ने कहा कि हरियाणा राज्य के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल जी हरियाणा में खेलों को बढ़ावा देने के लिए भरसक प्रयास कर रहे हैं। वह खिलाड़ियों को प्रोत्साहन और योजनाओं का पर्याप्त लाभ देकर उनमें खेलों की की भावना को बढ़ाया है, यही कारण है कि आज किसी भी प्रतियोगिताओं में हरियाणा के खिलाड़ियों का प्रदर्शन देश के अन्य राज्यों के प्रति काफी बेहतर रहता है।
कटारिया ने कहा कि केंद्र सरकार का युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय एथलीटों के प्रशिक्षण के लिए मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय खेल परिसंघों को वित्तीय सहायता प्रदान कर रहा है, जिसके अंतर्गत राष्ट्रीय खेल परिसंघों को वित्तीय सहायता की स्कीम के माध्यम से भारत और विदेशों में अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में एथलीटों के विदेश में प्रशिक्षण और प्रतिभागीता के इलावा पौष्टिक आहार, खाद्य संपूरको, उपकरण सहायता, अत्याधुनिक अवसंरचना, आवास, यात्रा सुविधाओं, ख्यातिप्राप्त भारतीय और विदेशी कोचों/सहायक स्टाफ उनकी सेवाओं, वैज्ञानिक और चिकित्सा सहायता, खेल कीट आदि सहित उनकी तैयारियों के लिए सभी अपेक्षित सुविधाएं शामिल है। इस प्रयोजन के लिए प्रतिवर्ष प्रत्येक राष्ट्रीय खेल परिसंघ के लिए प्रशिक्षण और प्रतियोगिता का वार्षिक कैलेंडर बजट स्वीकृत किया जाता है। इसके अलावा मंत्रालय की टारगेट ओलंपिक पोडियम स्कीम के तहत चयनित एथलीटों को वित्तीय सहायता जैसे आउट ऑफ पॉकेट भत्ता, उपकरण सहायता, कोच आदि प्रदान किए जाते हैं।