तीरंदाजी में राहुल पावडि़या नें हासिल किया स्वर्ण पदक, नीलम अहलावत ने किया स्वागत।
– राहुल ने स्वर्ण पदक जीतकर पूरे एशिया में लहराया भारत का परचम – नीलम अहलावत

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दक्ष दर्पण समाचार सेवा
झज्जर, 22 मार्च। तीरंदाजी की एशियन चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने पर राहुल पावडि़या का उनके पैतृक गांव घौड़ में पहुंचनें पर आयोजित स्वागत समारोह में दी झज्जर केन्द्रीय सहकारी बैंक लि0 की चेयरपर्सन एवं जिला केन्द्रीय सहकारी बैंक चेयरमैन एसोशिएशन हरियाणा की प्रधान नीलम अहलावत नें उपस्थित जनसमूह के बीच नोटों व फूलों की मालाओं से नागरिक अभिनन्दन किया। उन्होंनें उपस्थित जनसमूह को सम्बोधित करते हुए कहा कि हरियाणा के खिलाडि़यों पर हम सबको गर्व है जिन्होनें न केवल राज्य, देश बल्कि पूरे संसार में हरियाणा का नाम रोशन करने का काम किया है। चाहे वो कोई सा खेल हो हरियाणा का खिलाड़ी कभी पीछे नहीं हटता, इसलिए हम सबकों अपने बच्चों को केल पढ़ाई तक ही सीमित न रखकर खेलों की ओर बढ़ने के लिए भी प्रेरित करना चाहिए। राहुल पावडि़या नें तीरंदाजी में स्वर्ण पदक मात्र 17 वर्ष की आयु में स्वर्ण पदक जीतकर पूरे देश का परचन एशिया में लहराया है। उन्होनें कहा कि राहुल पावडि़या ने एक सामान्य परिवार से होते हुए जिन्होनें गांव में ही प्रेक्टिस करके स्वर्ण पदक हासिल किया है यह भी हम सबके लिए गौरव का विषय है। उन्होनें कहा कि खेल हमारे जीवन का आवश्यक हिस्सा है। स्वस्थ शरीर और दिमाग को विकसित करने के लिए खेल महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। खेल कई प्रकार के होते हैं, जो हमारे शारीरिक के साथ मानसिक विकास में मदद करते हैं। लगातार पढ़ाई के दौरान कई बार तनाव की स्थिति होती है। ऐसे में खेल इस तनाव को दूर करने का बेहतर माध्यम है। हमारे देश में खेलों को उतनी प्राथमिकता नहीं मिलती, जितनी शिक्षा को दी जाती है। जिस तरह दिमाग का सही विकास के लिए शिक्षा जरूरी है, उसी तरह शारीरिक विकास के लिए खेल महत्वपूर्ण हैं। शिक्षा के माध्यम से हम टीम भावना नहीं सीख सकते, लेकिन खेल से यह संभव है। आज के जो बच्चे नशें के शिकार हो रहे है उनको राहुल पावडि़या जैसे खिलाडि़यों से प्रेरणा लेकर जीवन में आगे बढ़ना चाहिए।

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