धर्मपाल वर्मा
दक्ष दर्पण समाचार सेवा dakshdarpan2022@gmail.com
नई दिल्ली।।
यातायात के साधनों के विस्तार और रेल तथा मेट्रो के नए प्रोजेक्ट हरियाणा के एनसीआर रीजन के लिए वरदान साबित हो सकते हैं।हरियाणा के एनसीआर रीजन में फरीदाबाद और गुरुग्राम की प्रगति और आधुनिकरण का नया सोपान देखने को मिलेगा। हरियाणा सरकार ने फरीदाबाद और गुरुग्राम के बीच मेट्रो रेल सेवा के लिए मंजूरी दे दी है। भविष्य में यह यात्रा इन दो मेट्रोपॉलिटन सिटीज के निवासियों के अलावा जन सामान्य के लिए सुगम और सुहाने सफर के रूप में देखी जाएगी।लोगों को भीड़ भाड़ से छुटकारा मिलेगा।
इसके बाद आगामी चरण में नई दिल्ली से सोनीपत के बीच मेट्रो रेल की शुरुआत हो सकती है। नई दिल्ली से पानीपत तक स्पीड ट्रेन चालन का मार्ग प्रशस्त हो सकता है। सोनीपत के सांसद रमेश चंद्र कौशिक कहते हैं कि उन्होंने व्यक्तिगत रुचि लेकर इस परियोजना की अरबिक औपचारिकताओं को पूरा करा दिया है। उधर पलवल से सोनीपत तक नए रेल कॉरिडोर की मंजूरी और कार्य शुरू होने के बाद एनसीआर में हाउसिंग और इंडस्ट्री के प्रोजेक्ट्स को निश्चित तौर पर बढ़ावा मिलेगा और इससे सोनीपत गन्नौर और खरखोदा में चहुमुखी विकास की राह आसान हो जाएगी। सोनीपत एनसीआर के शहरों सोनीपत गन्नौर और खरखोदा में भूमिगत जल मीठा और पर्याप्त है ।सोनीपत और गन्नौर दिल्ली अमृतसर डबल और देश की प्रमुख रेल लाइन और जीटी रोड के आर पार बसे शहर हैं ।
भविष्य में सोनीपत जिले को इस बात का भी विशेष लाभ मिल सकता । बता दें कि एनसीआर के गठन के बाद हरियाणा के इस रीजन में हुआ विकास साफ नजर आता है एनसीआर का कांसेप्ट देश के प्रथम प्रधानमंत्री स्वर्गीय जवाहरलाल नेहरू का था इस पर उनके निधन के बाद 1970 के दौर में काम शुरू हुआ इसके लिए बनी समिति में हरियाणा दिल्ली राजस्थान और उत्तर प्रदेश के 4 प्रतिनिधि शामिल थे हरियाणा का प्रतिनिधित्व प्रदेश के बहुत ही प्रगतिशील मंत्री स्वर्गीय चौधरी श्यामचंद और दिल्ली का प्रतिनिधित्व पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय एचकेएल भगत ने किया। श्री भगत स्वर्गीय चौधरी श्यामचंद की विद्वता का लोहा मानते थे। हरियाणा में शहरी विकास प्राधिकरण( हुडा) का गठन भी चौधरी श्यामचंद की कलम से हुआ था।