डीपी वर्मा
दक्ष दर्पण समाचार सेवा dakshdarpan2022@gmail.com
चंडीगढ़, 13 मई –हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि पिछले साढ़े आठ वर्षों के दौरान प्रदेश में सरकार का ध्येय रहा है कि अंत्योदय की भावना से जरूरतमंदों को स्वरोजगार के लिए प्रेरित किया जाए ताकि वह स्वाभिमान के साथ अपना माथा ऊंचा और सीना चौड़ा करके चल सके। उन्होंने यह बात शनिवार को सिरसा जिला में अपने जन संवाद कार्यक्रम के तहत कालांवाली के अंबेडकर भवन में आयोजित कार्यक्रम में स्थानीय निवासियों को संबोधित करते हुए कही।
श्री मनोहर लाल ने जन संवाद कार्यक्रम में पहुंचे क्षेत्रवासियों से बातचीत में यह भी पूछा कि पिछले साढ़े आठ वर्ष के कार्यकाल में सरकार के कौन से कार्य जनमानस को बेहतर लगें। मेरिट पर भर्ती, परिवार पहचान पत्र के माध्यम से अपने आप बीपीएल कार्ड व सामाजिक सुरक्षा पेंशन का लाभ मिलने के कार्यों की लोगों ने जमकर प्रशंसा भी की। मेरिट पर भर्ती के सवाल पर मिले जनसमर्थन से उत्साहित मुख्यमंत्री ने पिछली सरकारों के साथ अपने कार्यकाल की तुलना करते हुए यह भी पूछा कि अगर वर्तमान सरकार के कार्यकाल में किसी ने नौकरी के लिए एक भी रुपया लिया हो तो बताओ तो उसको मैं 24 घण्टे के भीतर पार कर दूंगा।
जनसंवाद कार्यक्रम में पहुंचे क्षेत्रवासियों की मुख्यमंत्री ने सिलसिलेवार मांग भी सुनी और उन्होंने क्षेत्रवासियों की लिखित शिकायतों पर मंच पर मंगवाया और एक-एक कर उनके समाधान के निर्देश भी दिए। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रतिनिधिमंडल ने गांव कालांवाली में लाइब्रेरी खोलने की मांग रखी ताकि युवाओं को नशाखोरी व अन्य बुराइयों से बचाकर राष्ट्र निर्माण में भागीदार बनाया जा सके। मुख्यमंत्री ने गांव कालांवाली में तुरंत ई-लाइब्रेरी खोलने की मांग को स्वीकार कर किया। इसी तरह गांव जलालआना से पहुंचे एक व्यक्ति ने बस सेवा न होने से ग्रामीणों को हो रही असुविधा से मुख्यमंत्री को अवगत कराया। मुख्यमंत्री ने तुरंत जीएम रोडवेज को जलालआना से ओढ़ा तक सोमवार से बस सेवा आरंभ करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने आयुष्मान भारत-चिरायु हरियाणा कार्यक्रम का जिक्र करते हुए बताया कि 1.80 लाख रुपए से कम आजीविका वाले कालांवाली के 173 व्यक्तियों ने इस योजना के तहत अपना ईलाज नि:शुल्क कराया। जिस पर सरकार ने 26 लाख एक हजार रुपए वहन किए। परिवार पहचान पत्र के माध्यम से सिरसा जिला में 48 हजार नए राशन कार्ड बने। जिनमें अकेले कालांवाली में 150 लोगों के बिना आवेदन के स्वत: ही राशन कार्ड बने। उन्होंने पीपीपी के माध्यम से अपने आप राशन कार्ड व सामाजिक सुरक्षा पेंशन से जुड़े लाभार्थियों के नाम भी लिए।
उन्होंने बताया कि कालांवाली में सिंचाई के तंत्र को बेहतर बनाने के लिए 23 करोड़ रुपए खर्च कर 20 खाले बनाए जा रहे हैं। इसी तरह 92 लाख रुपए की लागत से पेयजलापूॢत की लाइन डाली रही है। इसके साथ ही 9.5 एमएलडी क्षमता के एसटीपी लगाया गया है। उन्होंने एसटीपी से निकलने वाले पानी का सिंचाई में प्रयोग करने के लिए किसानों को प्रेरित किया। उन्होंने कार्यक्रम में पहुंचे आस-पास के गांवों के सरपंचों से भी संवाद किया और उनकी विभिन्न मांगों को पूरा करने का भरोसा दिया। गांव भंभूर व तारुआना में स्कूल को अपग्रेड करने के लिए मुख्यमंत्री ने जिला शिक्षा अधिकारी को तुरंत रिपोर्ट भेजने के आदेश दिए। इसी तरह दो दिव्यांग व्यक्तियों नामत: दविंदर सिंह व भूरा सिंह को इलेक्ट्रिक ट्राई साइकिल देने के भी आदेश दिए।
कालांवाली गांव के लोगों को दिया नगर पालिका में शामिल होने का विकल्प
जनसंवाद कार्यक्रम के दौरान कालांवाली गांव के लोगों की ओर से कालांवाली नगर पालिका में शामिल करने की मांग भी आई। जिस पर मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों को विकल्प दिया कि अगर वे सहमति देते हैं तो गांव वाले क्षेत्र में अगले पांच साल तक हाउस टैक्स की छूट मिलेगी और गांव की नवनिर्वाचित पंचायत के प्रतिनिधियों को उनके कार्यकाल तक विकास कार्यों में सहभागी रखा जाएगा।
इस अवसर पर सांसद सुनीता दुग्गल, मुख्यमंत्री के ओएसडी जवाहर यादव, पूर्व विधायक बलकौर सिंह सहित क्षेत्र के अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित रहें। वहीं जिला प्रशासन की ओर से डीसी पार्थ गुप्ता व एसपी उदय सिंह मीणा सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद रहें।