शगुप्ता प्रवीण
दक्ष दर्पण समाचार सेवा
नई दिल्ली हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर (Jairam Thakur) दिल्ली प्रवास पर हैं. इस दौरान उन्होंने बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा (JP Nadda) से मुलाकात की और हिमाचल प्रदेश की मौजूदा राजनीतिक स्थिति को लेकर चर्चा की. साथ ही दोनों नेताओं के बीच साल 2019 के लोकसभा चुनाव का इतिहास को दोहराने पर भी चर्चा हुई है. साल 2019 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी में सभी 68 विधानसभा क्षेत्रों में लीड हासिल कर रिकॉर्ड स्थापित किया था.
पिछले चुनाव का प्रदर्शन दोहराने की चुनौती
पहले उपचुनाव, फिर विधानसभा चुनाव और हाल ही में नगर निगम शिमला चुनाव में मिली हार के चलते भारतीय जनता पार्टी की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है. यही वजह है कि हमेशा चुनावी मोड में रहने वाली भाजपा लोकसभा चुनाव के लिए पहले ही एक्टिव नजर आ रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हिमाचल प्रदेश को अपना दूसरा घर बताते हैं. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा का भी यह गृह राज्य है. ऐसे में लगातार मिल रही हार के बीच अब भाजपा लोकसभा चुनाव में हार का मुंह नहीं देखना चाहेगी. जयराम ठाकुर की बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा के साथ मुलाकात के दौरान साल 2024 के लोकसभा चुनाव में जीत के लक्ष्य को लेकर आगे बढ़ने के लिए जमीनी स्तर पर पार्टी को मजबूत करने पर चर्चा हुई है.
रिकॉर्ड वोटों से हासिल हुई थी जीत
इससे पहले साल 2019 के लोकसभा चुनाव में कांगड़ा में भाजपा ने 4 लाख 77 हजार 623, मंडी में 4 लाख 5 हजार 559, हमीरपुर में 3 लाख 99 हजार 572 और शिमला में 3 लाख 27 हजार 515 के मार्जिन से जीत दर्ज की थी. ऐसे में भाजपा चाह रही है कि साल 2019 के लोकसभा चुनाव का रिकॉर्ड पर साल 2024 के लोकसभा चुनाव में भी दोहराया जाए. हालांकि यह किसी चुनौती से कम नहीं रहने वाला है. इस चुनौती को पूरा करने के लिए भाजपा अभी से ही पूरी जान झोंकती हुई नजर आ रही है.
रिकॉर्ड वोटों से हासिल हुई थी जीत
इससे पहले साल 2019 के लोकसभा चुनाव में कांगड़ा में भाजपा ने 4 लाख 77 हजार 623, मंडी में 4 लाख 5 हजार 559, हमीरपुर में 3 लाख 99 हजार 572 और शिमला में 3 लाख 27 हजार 515 के मार्जिन से जीत दर्ज की थी. ऐसे में भाजपा चाह रही है कि साल 2019 के लोकसभा चुनाव का रिकॉर्ड पर साल 2024 के लोकसभा चुनाव में भी दोहराया जाए. हालांकि यह किसी चुनौती से कम नहीं रहने वाला है. इस चुनौती को पूरा करने के लिए भाजपा अभी से ही पूरी जान झोंकती हुई नजर आ रही है.