शगुफ्ता परवीन
दक्ष दर्पण समाचार सेवा dakshdarpan2022@gmail.com
देहरादून: 11400 कैप्सूल व एल्फ्राजोलाम बरामद के साथ दो मेडिकल स्टोर संचालकों को किया गिरफ्तार
प्रदेश मे नशीली दवाओं के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत पुलिस को एक बडी सफलता हाथ लगी है। देहरादून जिले के सुद्धोवाला में पुलिस ने दो मेडिकल स्टोर से नशे की दवाओं की बड़ी खेप पकड़ी है। इन दवाओं को बेचने के आरोप में दो सगे भाइयों को गिरफ्तार कर लिया गया है। इनके पास से नशे के करीब 68 हजार प्रतिबंधित कैप्सूल और गोलियां बरामद हुई हैं।
प्रतिबन्धित नशीली दवाओं की अब तक की सबसे बडी रिकवरी करते हुए पुलिस ने लगभग 68000 नशीले कैप्सूल और टैबलेट (ट्रामाडॉल के 56448 कैप्सूल व एल्फ्राजोलाम के 11400) बरामद करने के साथ ही दो मेडिकल स्टोर संचालकों को गिरफ्तार किया है। बरामद माल की कालाबाजार में अनुमानित कीमत लगभग 50 लाख रूपये।
आरोपी इन दवाओं को बिना डॉक्टरों के पर्चे के छात्रों और स्थानीय मजदूरों को बेचते थे। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट में मुकदमा दर्ज कर कोर्ट में पेश किया गया। यहां से दोनों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।
वही एसएसपी दलीप सिंह कुंवर ने बताया कि क्षेत्र में नशीले पदार्थों की बिक्री करने वालों पर लगातार कार्यवाही की जा रही है। पिछले दिनों सूचना मिली थी कि सुद्धोवाला में एक मेडिकल स्टोर पर नशे की दवाएं बेची जा रही हैं। मेडिकल स्टोर संचालक सामान्य दवाओं की आड़ में युवाओं को ये दवाएं बेच रहा है।
एसओ पीडी भट्ट के नेतृत्व में सुद्धोवाला चौक के पास वंश मेडिकल स्टोर पर शनिवार देर रात छापा मारा गया। संचालक कृष्ण कुमार निवासी बल्लूपुर फ्रेंड्स कॉलोनी को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। उसके पास मेडिकल स्टोर संचालन के लिए वैध लाइसेंस भी नहीं था। जब मेडिकल स्टोर में छापा मारा तो मेडिकल स्टोर से हजारों प्रतिबंधित गोलियां और कैप्सूल बरामद हुए।
आरोपी ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि उसका भाई विनय कुमार भी इसी तरह आयुष मेडिकल स्टोर चलाता है। वह भी प्रतिबंधित दवाएं बेचता है। दोनों जगहों से पुलिस ने 56,4,48 कैप्सूल और 11,400 गोलियां जब्त कीं। आरोपियों ने बताया कि दवाएं रेसकोर्स निवासी इंद्रजीत से लेकर आते थे। वह धर्मपुर में दवाओं का डिस्ट्रीब्यूटर है।
एसएसपी ने बताया कि इंद्रजीत को भी आरोपी बनाया गया है। उसके खिलाफ सुबूत इकट्ठा कर गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। आरोपियों ने बताया कि शुरुआत में वे सामान्य दवाएं बेचते थे। लेकिन, बाद में इन दवाओं की मांग अचानक बढ़ गई। इससे वे इन दवाओं को छात्रों और नशे के आदी मजदूरों को बेचने लगे।
एसएसपी ने बताया कि जो गोलियां पुलिस ने पकड़ी हैं उनका अधिकतम खुदरा मूल्य 10 रुपये है। ये गोलियां केवल डॉक्टर के पर्चे पर दी जाती हैं। लेकिन, इन्हें नशे के लिए इस्तेमाल किया जाने लगा। लिहाजा इन दवाओं आरोपी मनचाहे दामों पर बेचने लगे। एक गोली के जरूरत के हिसाब से 100 रुपये तक वसूले जाते थे। इसी तरह कैप्सूल को भी मोटे मुनाफे पर बेचते थे।
वही पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ फिलहाल एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। एसएसपी ने बताया कि इनके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत भी कार्यवाही की जाएगी। इसके बाद इनकी संपत्तियां जब्त करने के लिए जिलाधिकारी को रिपोर्ट भेजी जाएगी। इनके अन्य साथियों और संबंधों के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है। बताया जा रहा है कि इनके साथ कुछ और लोग भी मिले हो सकते हैं।
देहरादून के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर मादक पदार्थों की तस्करी में लिप्त व्यक्तियो की धरपकड के लिए अलग-अलग टीमों का गठन किया गया है। इन पुलिस टीमों द्वारा मादक पदार्थों की तस्करी में लिप्त व्यक्तियों के सम्बन्ध में सूचनाएं एकत्रित की जा रही हैं। उक्त क्रम में पुलिस टीम को मुखबिर से सूचना प्राप्त हुई कि सुद्धोवाला चौक के निकट वंश मेडिकल स्टोर के संचालक द्वारा प्रतिबन्धित दवाएं बेची जा रही हैं।
पूछताछ में आरोपितों नेे बताया कि वह तथा उसका भाई दोनों केमिस्ट की दुकान चलाते हैं तथा ज्यादा मुनाफा कमाने के लालच में सामान्य दवाओं की आड में उक्त प्रतिबन्धित दवाओं को नशे के आदी नौजवानों को ऊंचे दामों पर बेचते हैं। उनके पास दवाओं को बेचने का लाइसेंस भी नहीं है।
दोनो अभियुक्तों को मौके से गिरफ्तार कर उनके विरूद्ध थाना प्रेमनगर में एनडीपीएस एक्ट के तहत अभियोग पंजीकृत किया गया। बरामद प्रतिबन्धित दवाओं के बैच नम्बरों से उक्त दवाओं के निर्माता व स्त्रोतों के सम्बन्ध में जानकारी जुटाई जा रही है।
अभियुक्तों के नाम
1- कृष्ण कुमार पुत्र रमेश चन्द्र उम्र 42 वर्ष निवासी 76 बल्लूपुर फ्रैण्डस कालोनी थाना कैण्ट देहरादून ।
2- विनय कुमार पुत्र रमेश चन्द्र उम्र 40 वर्ष निवासी 76 बल्लूपुर फ्रैण्डस कालोनी थाना कैण्ट देहरादून ।
एसएसपी ने नशे की दवाओं की खेप पकड़ने वाली पुलिस टीम को 20 हजार रुपये का इनाम देने की घोषणा की है। इसके अलावा आईजी गढ़वाल रेंज ने 40 हजार रुपये देने की घोषणा की। एसएसपी ने बताया कि प्रेमनगर पुलिस को लगातार सजग रहकर क्षेत्र में कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए हैं।