हमलावर कुत्तों के झुंड से बचाया गया तेंदुए का शावक। अब वन विभाग की कस्टडी में है शावक। देखिए वीडियो।

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दक्ष दर्पण समाचार सेवा

पंचकूला।
पिंजौर में कौशल्या नदी के तट पर स्थित पुराने शिव लौती मंदिर के पास मां से बिछड़ गए एक तेंदुए के शावक को कुत्तों से नहीं बचाया गया होता तो हो सकता है उसे जान से हाथ धोना पड़ जाता। मंगलवार सायं 6:00 बजे की बात है कुछ लोगों ने देखा कि नदी के पास कुत्तों का एक झुंड किसी दूसरे जीव पर हमला कर उसे नौचने की तैयारी में है। इस झुंड के सारे कुत्ते जोर-जोर से भौंक रहे थे। पास जाकर देखा तो पता चला कि कुत्तों के झुंड ने तेंदुए के एक शावक पर हमला बोल दिया है और उन्होंने उसे घेर लिया है। यद्यपि कुत्ते शावक को घायल नहीं कर पाए थे लेकिन जोर-जोर से भौंक रहे थे । आप समझ सकते हैं कि उसका बचाव नहीं होता तो हो सकता है कुत्ते उसे जान से मार डालते।
मौके पर पहुंचे लोगों ने इस शावक का रेस्क्यू किया और इसे पिंजौर गार्डन लाया गया। उसके बाद वन विभाग को सूचना दी गई और एक इंस्पेक्टर सुरजीत ने स्थिति को संभाला। अब यह शावक सुरक्षित है और विभाग की कस्टडी में है। एक बात साफ है कि कोई मादा तेंदुआ इस क्षेत्र में रह रहा है और उसके बच्चे उसके साथ हैं। ऐसा माना जाता है कि मादा तेंदुआ जरूर इस क्षेत्र में पानी पीने या शिकार की तलाश में आई होगी और यह एक शावक अपने इस झुंड से बिछड़ गया होगा। अब विभाग तेंदुए के पंजों के निशान देखते हुए उसके आसपास पहुंचने या उसके ठिकाने का पता करने की कोशिश करेगा । यद्यपि शावक को मादा तेंदुए तक पहुंचाना इतना आसान नहीं होगा लेकिन विभाग को इसे एक चुनौती के रूप में देखना होगा। बता दे कि शिवालिक की पहाड़ियों में जंगल में मोरनी क्षेत्र के अलावा पिंजौर के रायतन क्षेत्र में कई खतरनाक जंगली जानवरों की उपस्थित बार-बार प्रमाणित होती रहती है ।भोजन की तलाश में यह जानवर आबादी में भी घुस जाते हैं ।ऐसी घटनाएं बार-बार होती रहती हैं। यह भी देखा गया है कि शिवालिक की पहाड़ियों के बीच से गुजरने वाली नदियों और नालों में पानी पीने के लिए आने वाले जानवर कई बार आबादी की ओर भी निकल आते हैं।


रेस्क्यू किया गया शावक इंस्पेक्टर सुरजीत की कस्टडी में है उन्होंने बताया कि यह दूध पी रहा है और स्वस्थ है। उन्होंने इसकी उम्र लगभग ढाई महीने बताई है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि मादा तेंदुए का भी स्वभाव है कि वह बिछड़े हुए अपने शावक को फिर से अडॉप्ट कर लेती है ।

एचएमटी ट्रैक्टर प्लांट बंद होने के विरोध में लगातार नोवें वर्ष भी एचएमटी बचाओ संघर्ष समिति ने मनाया काला दिवस।‌। एचएमटी बचाओ संघर्ष समिति संरक्षक विजय बंसल एडवोकेट के नेतृत्व में पूर्व एचएमटी कर्मियों और अन्य लोगों ने किया विरोध प्रदर्शन।‌‌ ‌‌वर्ष 2014 में तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने एचएमटी को 1083 करोड रुपए का रिवाइवल पैकेज दिया था लेकिन बीजेपी सरकार ने आते ही ट्रैक्टर प्लांट बंद कर दिया- विजय बंसल।‌‌ वर्ष 2014 में तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने एचएमटी को 1083 करोड रुपए का रिवाइवल पैकेज दिया था लेकिन बीजेपी सरकार ने आते ही ट्रैक्टर प्लांट बंद कर दिया- विजय बंसल

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