सरकार सिर्फ मंचों से झूठी घोषणाएं कर रही, जमीन पर कुछ भी नहीं दिख रहा : राजेंद्र तंवर।कहा : क्लास-1 व क्लास-2 में 27 प्रतिशत आरक्षण और कुम्हारों की परंपरागत आवा-पजावा भूमि के मालिकाना हक पर सरकार ने नहीं उठाया ठोस कदम।

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दक्ष दर्पण समाचार सेवा

कैथल (कृष्ण प्रजापति): महाराजा दक्ष प्रजापति जयंती के अवसर पर भिवानी में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में मुख्यमंत्री नायब सैनी द्वारा की गई घोषणाओं को ओबीसी बिग्रेड के प्रदेश अध्यक्ष राजेंद्र तंवर ने सिरे से खारिज करते हुए उन्हें फर्जी करार दिया। उन्होंने तीखा आरोप लगाया कि “मुख्यमंत्री आए, समाज को झुनझुना पकड़ाया और निकल लिए।
राजेंद्र तंवर ने कहा कि मुख्यमंत्री ने जिस प्रकार फतेहाबाद व रोहतक में धर्मशालाओं के लिए जमीन देने की बात कही, वह पहले से ही प्रक्रिया में है। रोहतक यूनिट तो एक साल पहले ही हुडा विभाग को 10 लाख रुपए जमा कर चुकी है और हुडा नियमों के अनुसार एक सेक्टर में कम से कम एक धर्मशाला के लिए जमीन आरक्षित होनी ही होती है। ऐसे में मुख्यमंत्री की यह घोषणा दिखावटी है, न कि कोई नई सौगात।
फतेहाबाद में आधा एकड़ जमीन देने की बात भी उन्होंने रिपीटेड घोषणा करार दी। उन्होंने याद दिलाया कि यह घोषणा पिछली जयंती पर हिसार में भी की गई थी, लेकिन आज तक कुम्हार समाज को उसका कोई लाभ नहीं मिला।

2002 से दोहराई जा रही है भूमि देने की बात

तंवर ने कहा कि दो हजार गांवों में कुम्हारों को पांच एकड़ भूमि देकर मिट्टी के बर्तन बनाने के लिए जगह देने की बात मुख्यमंत्री ने अब दोबारा कही है, लेकिन यह घोषणा 2002, 2009 और 2019 में भी की जा चुकी है। ज़मीनी हकीकत यह है कि आज तक कहीं भी समाज को इसका मालिकाना हक नहीं दिया गया।
उन्होंने आरोप लगाया कि अंबाला के सरकपुर गांव में वर्ष 2012 में प्रजापति समाज को मिली भूमि पर वर्तमान सरपंच सुशील सैनी ने, कोर्ट के स्टे के बावजूद, जबरन कब्जा कर लिया और सरकार ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की।

आरक्षण की घोषणा भी रह गई अधूरी

तंवर ने बड़ा सवाल उठाते हुए कहा कि 23 मार्च 2024 को गुरुग्राम में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की मौजूदगी में मुख्यमंत्री ने पिछड़े वर्ग के लिए क्लास-1 और क्लास-2 में 27 प्रतिशत आरक्षण देने की घोषणा की थी, लेकिन 15 महीने बीत जाने के बावजूद कोई भी कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने कहा कि सरकार सिर्फ मंचों से घोषणाएं कर रही है, जमीन पर कुछ भी नहीं दिख रहा।

धर्मशाला व छात्रावास का वादा भी अधूरा

राजेंद्र तंवर ने कहा कि आयोजकों ने समाज को यह कहकर बुलाया था कि भिवानी में दो एकड़ जमीन प्रजापति समाज को धर्मशाला व छात्रावास के लिए दी जाएगी, लेकिन मुख्यमंत्री ने इस मुद्दे पर एक शब्द भी नहीं कहा, जिससे पूरा समाज ठगा हुआ महसूस कर रहा है।

जल्द होगा बड़ा आंदोलन

ओबीसी बिग्रेड अध्यक्ष तंवर ने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने जल्द ही पिछड़े वर्ग के मुद्दों—विशेषकर क्लास-1 व क्लास-2 में 27 प्रतिशत आरक्षण और कुम्हारों की परंपरागत आवा-पजावा भूमि के मालिकाना हक पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया, तो बड़ा जन आंदोलन किया जाएगा।

मांगने से नहीं, संघर्ष से मिलेगा हक़

राजेंद्र तंवर ने समाज से आह्वान किया कि अब सिर्फ उम्मीदों से नहीं, संघर्ष से अधिकार लिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रजापति समाज और पिछड़ा वर्ग अब गुमराह नहीं होगा, बल्कि अपने अधिकारों के लिए सड़कों पर उतरेगा।

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