जो करना है कर लो मैं हिंदी-भोजपुरी बोलूंगा, मराठी नहीं मीरा रोड के बाद विरार के रिक्शा चालक का वीडियो वायरल
गौरव राजपुरोहित
दक्ष दर्पण समाचार सेवा
विरार में एक रिक्शा चालक का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। वीडियो में वह मराठी बोलने से इनकार कर रहा है। रिक्शा चालक कह रहा है कि वह सिर्फ हिंदी और भोजपुरी बोलेगा। यह घटना ऐसे समय में हुई है जब महाराष्ट्र में भाषा को लेकर विवाद चल रहा है। मीरा भाईंदर में भी हिंदी-मराठी को लेकर झड़पें हुई हैं। उधर, यह पूरी घटना वीडियो में कैद हो गई है दरअसल विरार रेलवे स्टेशन के बाहर एक रिक्शा चालक और एक बाइक सवार के बीच बहस हो गई। बहस मराठी भाषा बोलने को लेकर थी। रिक्शा चालक ने मराठी बोलने से इनकार कर दिया। उसने गुस्से में कहा कि वह सिर्फ हिंदी बोलेगा। वीडियो में रिक्शा चालक यह कहता हुआ सुनाई दे रहा है कि मैं हिंदी बोलूंगा, भोजपुरी बोलूंगा। तुम्हें जो करना है करो। मैं हिंदी में बात कर रहा हूं। मुझे मराठी में बात नहीं करनी है। हिंदी में बात करूंगा। मीडिया को बुलाओ। हिंदी में बात करूंगा। कैसे बात करता है तू, मैं मराठी नहीं, हिंदी में बात करूंगा। रिक्शा चालक बाईक सवार को गाली भी दे रहा है। सोशल मीडिया पर लोग रिक्शा चालक के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। मीरा भाईंदर इलाके में तो यह विवाद सड़कों पर भी देखने को मिला है। हाल ही में मीरा भाईंदर में एक मारवाड़ी व्यापारी को मनसे कार्यकर्ताओं ने मराठी नहीं बोलने पर पीटा था। मनसे कार्यकर्ताओं ने उससे पूछा था कि महाराष्ट्र में कौन सी भाषा बोली जाती है तब मारवाड़ी व्यापारी ने जवाब दिया था कि महाराष्ट्र में सभी भाषाएं बोली जाती हैं। इससे गुस्साए मनसे कार्यकर्ताओं ने उसे पीटा था। इस घटना के बाद मारवाड़ी व गुजराती व्यापारियों ने मीरा रोड में एक बड़ा मोर्चा निकाला था। इसके जवाब में मनसे और अन्य मराठी संगठनों ने भी मीरा भाईं दर में मोर्चा निकाला। पुलिस ने मनसे के मोर्चे को अनुमति नहीं दी थी। इसके बाद पुलिस ने कई कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को गिरफ्तार कर लिया था। काफी हंगामे के बाद आखिरकार मीरा भाईं दर में मनसे का मोर्चा निकला। इसी मोर्चे के अगले ही दिन मीरा भाईं दर वसई विरार के पुलिस कमिश्नर मधुकर पांडे का तबादला कर दिया गया है, अब मराठी बनाम हिंदी विवाद विरार में भी दस्तक दे चुका है
