फतह सिंह उजाला
दक्ष दर्पण समाचार सेवा
गुरुग्राम । अमृत काल में गुरूग्राम में श्री माता शीतला देवी के मंदिर का नया भव्य भवन बनकर तैयार होगा। डीसी एवं श्री माता शीतला देवी श्राईंन बोर्ड के प्रशासक निशांत कुमार यादव ने आज श्री शीतला माता देवी मंदिर में माता के दर्शन कर आशीर्वाद लिया। इस अवसर पर श्री माता शीतला देवी श्राईंन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी व सोहना के एसडीएम प्रदीप सिंह भी उपस्थित थे।
डीसी निशांत कुमार यादव ने श्री शीतला माता देवी के दर्शन करने के उपरांत श्री माता शीतला देवी श्राईंन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रदीप सिंह से श्राईंन बोर्ड की कार्य प्रणाली के बारे में चर्चा की और मंदिर परिसर में चल रहे माता के नए भवन के निर्माण कार्यो की प्रगति की समीक्षा की। इस दौरान बैठक में मंदिर प्रबंधन के अधिकारी व श्री माता शीतला देवी के नए भवन के निर्माण से जुड़ी संस्था के अधिकारी भी मौजूद रहे। सीईओ प्रदीप सिंह ने उन्हे अवगत करवाया कि मंदिर परिसर में करीब 4.8 एकड़ में माता के नए बहुमंजिला भवन का निर्माण कार्य प्रगति पर है। उन्होंने बताया कि करीब 70 करोड़ की लागत से तैयार हो रहे इस नए भवन का 61 प्रतिशत निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। उन्होंने बताया कि यह निर्माण कार्य पिछले वर्ष अक्टूबर माह में पूरा किया जाना था लेकिन भवन के डिज़ाइन में कुछ परिवर्तन होने के चलते अब यह निर्माण कार्य इस वर्ष अक्टूबर माह तक पूरा हो पाएगा। उन्होंने बताया कि नए भवन में श्रद्धालुओं की सुविधाओं का पूरा ख्याल रखा गया है। इसके साथ ही नए परिसर में योग मंडप, मेडिटेशन हॉल, कुंड, ओपन एयर थिएटर, बच्चों के लिए पार्क व एसटीपी व ईटीपी जैसी सुविधाएं भी उपलब्ध रहेंगी।
डीसी ने निर्माण कार्यों से जुड़ी विस्तृत जानकारी लेने उपरांत कहा कि निर्माण कार्यों की गुणवत्ता में किसी प्रकार की कोई कमी नही रहनी चाहिए। उन्होंने कहा कि श्री शीतला माता मंदिर उत्तर भारत का एक प्रमुख आस्था स्थल है। ऐसे में मंदिर प्रबंधन यह सुनिश्चित करे कि मंदिर का निर्माण कार्य तय समय सीमा में पूरा हो ताकि देश के विभिन्न राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा ना हो। डीसी ने इस दौरान मंदिर परिसर का दौरा किया और वंहा श्रद्धालुओं को दी जा रही सुविधाओं का भी जायजा लिया। डीसी ने मंदिर परिसर में स्थापित मुंडन घाट का भी निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि मंदिर परिसर में स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा जाए।