सतीश कुमार मसूरी
दक्ष दर्पण समाचार सेवा
मसूरी
मई दिवस के अवसर पर अमर शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए मजदूर संगठनों द्वारा रैली का आयोजन किया गया जिसमें तमाम असंगठित क्षेत्र के मजदूरों के साथ ही मजदूर नेताओं ने शिरकत की और शिकागो शहर में 1886 को बलिदान देने वाले मजदूरों को श्रद्धांजलि दी इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि अभूतपूर्व बेरोजगारी और बेलगाम होती महंगाई ने मेहनतकश जनता की कमर तोड़ कर रख दी है साथ ही आम जरूरत की चीजें दिन-ब-दिन महंगी होती जा रही है।
इस अवसर पर मजबूर नेता आरपी बडोनी ने कहा कि सरकार श्रम कानूनों के साथ छेड़खानी कर रही है जिससे मजदूरों का हित प्रभावित हो रहा है उन्होंने सरकार से मांग की कि श्रम कानून के साथ ही न्यूनतम वेतनमान लागू किया जाए साथ ही श्रमिकों को साप्ताहिक अवकाश और 8 घंटे काम करने के साथ ही ठेका प्रथा बंद की जानी चाहिए उन्होंने कहा कि शिकागो शहर में सन 1886 को 8 घंटे काम 8 घंटे आराम और 8 घंटे मनोरंजन की मांग को लेकर हजारों मजदूरों ने अपना बलिदान दिया और आज भी मजदूर वर्ग खुद को ठगा महसूस कर रहा है।