
@ दक्ष दर्पण
नई दिल्ली : अब शायद बीजेपी जनता को यह संदेश देना चाहती है कि बीजेपी महिलाओं को लेकर ज्यादा संजीदा है और उन्हें प्रमोट करना चाहती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 में पानीपत की एक जनसभा में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा भी शायद इसी विचार और योजना के तहत दिया था। कुछ ऐसे मामले भी हैं जिन्हें देखकर यह लगता है कि भारतीय जनता पार्टी ने कई मामलों में कांग्रेस की नीतियों का भी अनुसरण करने की कोशिश की है। एक सच्चाई यह भी है कि भाजपा ने कई मामलों में कांग्रेस की कमजोरी का लाभ भी उठाया है
महिलाओं को पहले से ज्यादा प्रतिनिधित्व देने की बात शुरू कांग्रेस ने की थी लेकिन अब भाजपा ने भी कुछ इसी तरह सोचना शुरू कर दिया है।
आज दिल्ली में हरियाणा की एक बेटी को मुख्यमंत्री बनाने का भाजपा का अनुकरणीय प्रयास है । भाजपा को इसका राजनीतिक लाभ दिल्ली के अलावा हरियाणा और पंजाब दोनों में मिल सकता है। रेखा गुप्ता जहां हरियाणा की बेटी है वही उनका अग्रवाल होना पंजाब में भाजपा के काम आ सकता है। सब जानते हैं कि पंजाब में अग्रवाल समाज के लोग अर्थव्यवस्था पर काबिज हैं और पंजाब की राजनीति को दिशा देने का काम करते हैं। दिल्ली में अग्रवाल महिला को मुख्यमंत्री बनाने का एक मकसद अरविंद केजरीवाल को इस समुदाय में कमजोर करना भी हो सकता है। भाजपा ने हरियाणा की एक और बेटी सुषमा स्वराज को भी दिल्ली का मुख्यमंत्री बनाया था।
भारतीय जनता पार्टी ने हरियाणा में महिलाओं को अधिमान और अहमियत देते हुए राज्यसभा की दो सीटों पर दो महिलाओं किरण चौधरी और रेखा शर्मा को उम्मीदवार बनाया ।आज वह संसद में हरियाणा का प्रतिनिधित्व कर रही है। रेखा शर्मा भी भविष्य में हरियाणा में भाजपा की सीएम चेहरा हो सकती हैं ।भारतीय जनता पार्टी ने निकाय चुनाव में मेयर पद की सर्वाधिक महिला उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है। यह भी एक संदेश है।
जहां तक मुख्यमंत्री बनाने का सवाल है कांग्रेस ने अपने जमाने में कई महिलाओं को मुख्यमंत्री बनाने का काम किया ।
इसी पार्टी ने
सईदा अनवरा तैमूर को असम की मुख्यमंत्री बनाया जो 6 दिसंबर 1980 से 30 जून 1981 तक इस पद पर रही। कांग्रेस ने ही शीला दीक्षित को 3 दिसंबर 1998 को दिल्ली की मुख्यमंत्री बनाया जो 28 दिसंबर 2013 तक इस पद पर रही। कांग्रेस ने ही
सुचेता कृपलानी को उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री बनाया जो 2 अक्टूबर 1963 से 13 मार्च 1967 तक मुख्यमंत्री रही। कुछ लोग मानते हैं कि सुचेता कृपलानी का जन्म भी हरियाणा में ही हुआ था।
महिला मुख्यमंत्री के रूप में कांग्रेस ने नंदिनी सत्पथी को उड़ीसा की मुख्यमंत्री बनाया जो 14 जून 1972 से 16 दिसंबर 1976 तक मुख्यमंत्री रही। कांग्रेस ने ही पंजाब में
राजिंदर कौर भट्टल को मुख्यमंत्री बनाया जो 21 नवंबर 1996 से 12 फरवरी 1997 तक पंजाब की मुख्यमंत्री रही।
भारतीय जनता पार्टी की बात करें तो उसने सुषमा स्वराज को दिल्ली की मुख्यमंत्री के रूप में काम करने का अवसर दिया। वह कुछ ही महीने (12 अक्टूबर 1998 – 3 दिसंबर 1998 तक) मुख्यमंत्री रही। उसके बाद भाजपा ने
उमा भारती को मध्य प्रदेश की मुख्यमंत्री बनाया।वह
8 दिसंबर 2003 से 23 अगस्त 2004 तक मुख्यमंत्री रही। भाजपा ने आनंदीबेन पटेल को गुजरात में वसुंधरा राजे सिंधिया राजस्थान में और अब रेखा गुप्ता दिल्ली में मुख्यमंत्री बनाई गई है।

Leave a Reply