गजब है सरकार- पहले के आदेश लागू हुए नहीं, कहा कार्रवाई जारी है।बिजली मंत्री ने नगर परिषद के दूसरे जेई को नशे में रहने फोन नहीं उठाने की शिकायत पर किया सस्पेंड। पूर्व चेयरमैन द्वारा पुलिस पर भी लगाए गए गंभीर आरोप, शहर में बिक रहा है चिट्टा।

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अशोक कुमार कौशिक

दक्ष दर्पण समाचार सेवा dakshdarpan2022@gmail.com
नारनौल। स्थानीय पंचायत भवन में जिला लोक संपर्क एवं जन परिवेदना समिति की बुधवार को आयोजित हुई मासिक बैठक में चेयरपर्सन एवं बिजली मंत्री रणजीत चौटाला ने नगर परिषद के जेई प्रवीण मलिक को सस्पेंड करने के आदेश दिए। ग्रीवेंस कमेटी के सदस्यों, शिकायतकर्ता और खुद चेयरपर्सन कमलेश सैनी ने जेई प्रवीण मलिक पर फोन नहीं उठाने और नशे में रहने के आरोप लगाए। इस पर बिजली मंत्री ने उन्हें सस्पेंड कर जांच के आदेश जारी कर दिए। मंत्री ने कहा कि कोई भी अधिकारियों हो वह जनता की बात सुने। जो अधिकारी जनता की बात नहीं सुनेगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

पंचायत भवन में बुधवार को ग्रीवेंस की मीटिंग का आयोजन किया गया इस मीटिंग में उन शिकायतों को सुना गया जो कि इस के एजेंडे में शामिल थी बैठक में मेजर ईश्वर का भी एक परिवार था मेजर ईश्वर ने बताया कि नारनौल नगर परिषद में तैनात जूनियर इंजीनियर प्रवीण मलिक उनके फोन नहीं उठाता है नगर परिषद के कर्मचारियों से बात की तो पता चला कि प्रवीण मलिक नशे में धुत रहता है। इस पर मंत्री रणजीत चौटाला ने ग्रीवेंस के अन्य मेंबरों से इसकी जानकारी ली। इसी दौरान नगर परिषद की चेयरपर्सन कमलेश सैनी ने कहा कि जेल प्रवीण मलिक लोगों का ही नहीं उनका भी फोन नहीं उठाता। इस पर मंत्री ने तुरंत संज्ञान लेते हुए नगर परिषद के जेई प्रवीण मलिक को सस्पेंड करने और उन पर इंक्वायरी करने के आदेश दे दिए।

पिछली बैठक में जेई विकास को किया गया था सस्पें

हालांकि बिजली मंत्री द्वारा किसी अधिकारी को सस्पेंड करने का यह पहला मामला नहीं है। इससे पूर्व फरवरी में हुई बैठक में भी बिजली मंत्री ने जेई विकास को सस्पेंड करने के आदेश दिए थे, लेकिन आज तक जेई विकास के सस्पेंशन के आर्डर नहीं आए हैं। बिजली मंत्री से जब पत्रकारों ने जेई विकास के आर्डर न होने बारे पूछा तो कहा कि इस मामले में कार्रवाई की जा रही है। बैठक में नगर परिषद की चेयरपर्सन कमलेश सैनी ने कहा कि जेई प्रवीण मलिक उनका फोन नहीं उठाते हैं।

आज तक नहीं हुए सस्पेंड के ऑर्डर जारी

बैठक के दौरान एग्रो इंडस्टी के पूर्व चेयरमैन गोविंद भारद्वाज ने शहर के चिट्ठा बिकने की बात कही। उन्होंने आरोप लगाया कि जब पुलिस को नशा बेचने वालों के खिलाफ शिकायत की जाती है तो कर्मचारी उनका नाम सार्वजनिक कर डालते हैं और फिर आरोपी उनको फोन कर धमकाते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि खुद पुलिस कर्मचारी रिश्वत लेते हैं जिनकी सीसीटीवी फुटेज भी है। इस पर एसपी ने सीसीटीवी फुटेज देने की बात कही और कहा कि इसकी जांच कर संबंधित पुलिस कर्मी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। बिजली मंत्री ने एसपी को निर्देश दिए कि इस मामले में दो डीएसपी की ड्यूटी लगाई जाए, जो 15 दिन में ऐसा कारोबार करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करे।

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