सांसद की अनुशंसा पर बनने वाले विशेष पंप हाउस का विरोध। नहरी पानी वितरण व्यवस्था से छेड़छाड़ प्रयासों के खिलाफ सीएम के नाम ज्ञापन डीसी को सौंपा। ज्ञापन की एक प्रति भिवानी महेंद्रगढ़ सांसद चौधरी धर्मवीर को भी भेजी।

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अशोक कुमार कौशिक

दक्ष दर्पण समाचार सेवा dakshdarpan2022@gmail.com

नारनौल। जिला महेंद्रगढ़ के नहर के पानी की वितरण व्यवस्था से छेड़-छाड़ कर पानी बाहर ले जाने प्रयासों के विरोध में प्रख्यात सामाजिक संस्था सर्व समाज मंच की पहल पर जिले की कई संस्थाओं व कांग्रेस, बसपा तथा आम आदमी पार्टी के एक अठाईस सदस्यीय संयुक्त प्रतिनिधि मण्डल ने जिला उपायुक्त को मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन सौंपा ।
मंच के अध्यक्ष व सामाजिक कार्यकर्ता राधेश्याम गोमला व सत्यवीर झूकिया के नेतृत्व में दिए ज्ञापन में जिक्र है कि है कि महेंद्रगढ़ जिला हमेशा से सूखे एवं पानी के अभाव की स्थिति का दंश झेलता रहा है। राजस्थान से आने वाली नदियों में पानी बंद होने के उपरांत ज़िले की भूजल व्यवस्था संकट भारी में आ गई तथा समस्त महेंद्रगढ़ जिला डार्क ज़ोन की परिभाषा में आ गया। वर्तमान में ज़िले की पूर्ण रूप से नहरी पानी पर निर्भरता बनी हुई है।
ज्ञापन में लिखा है कि सन 2015-16 में शुरू कर दो साल सर्व समाज मंच द्वारा चलाए अभियान के बाद पिछले कुछ वर्षों में बरसात का अतिरिक्त पानी लाकर सरकार द्वारा यहां रिचार्ज का सराहनीय काम भी हुआ है । जिसके लिए ज्ञापन में मुख्यमंत्री का आभार भी जताया है ।
आगे लिखा है कि हाल ही में ही कुछ ऐसे घटनाक्रम हुए हैं जिनसे समस्त जिला न केवल चिंतित है बल्कि आहत भी है। ज़िले की जल व्यवस्था के साथ राजनैतिक स्वार्थवश छेड़-छाड़ करने की कोशिश की जा रही है जिसके परिणाम स्वरूप महेंद्रगढ़ कनाल के अधिकृत कमांड एरिया से बाहर पानी ले जाने की कुछ योजनाएं पूरी हो चुकी हैं तथा कुछ की बनाने की प्रक्रिया जारी है। जिसके कारण जिला महेन्द्रगढ़ की एकमात्र नहर में आ रहे थोड़े बहुत पानी को भी हमसे छीनने की कोशिश चल रही है । ज्ञापन में कुछ फ़ीडरों का जिक्र करते हुए लिखा है कि सतनाली फ़ीडर से दूधवा -दतौली माइनर जो पूर्ण हो चुकी है । सतनाली फ़ीडर से दाढ़ी चिल्लर पाइपलाइन जिसकी स्वीकृति जारी की जा चुकी है तथा एमसी 2 पम्प हाउस से सतनाली फ़ीडर में अतिरिक्त पानी डालने के लिए विशेष पम्प हाऊस की स्थापना को लेकर सांसद भिवानी-महेंद्रगढ़ की अनुशंसा पर विभाग द्रुत गति से प्रोजेक्ट बना रहा है।
ज्ञापन में लिखा है कि यदि उपरोक्त तथ्यों पर ध्यान से ग़ौर करें तो स्पष्ट होगा कि लोहारू फ़ीडर की टेल पर आने वाले क्षेत्रों को सतनाली फ़ीडर से सीधे पानी देने का सुनियोजित प्रयास किया जा रहा है। जिससे न केवल सतनाली फ़ीडर के टेल पर पड़ने वाले क्षेत्रों में जल संकट गहराएगा अपितु महेंद्रगढ़ कनाल की समस्त जल व्यवस्था अस्त व्यस्त हो जाएगी ।
आगे लिखा है कि अब सांसद भिवानी महेंद्रगढ़ की अनुशंसा पर महेंद्रगढ़ कनाल पर एक विशेष पम्प हाऊस बनाकर सतनाली फ़ीडर को अतिरिक्त पानी देने की योजना है जिससे समस्त महेंद्रगढ़ ज़िले की पानी की स्थिति का और अधिक बिगड़ना सुनिश्चित है। महेंद्रगढ़ ज़िला प्रदेश में सबसे कम नहरी पानी से सिंचित जिला है जहां सिंचाई 10 प्रतिशत से कम क्षेत्र में हो रही है। यहाँ रबी की फ़सल में जब पानी की कमी होती है तो आधे से अधिक नहरें सूखी रहती हैं।
इन हालातों में एक तरफ़ जहां सतनाली फ़ीडर से दूसरे क्षेत्रों को पानी दिया जा रहा है वहीं दूसरी तरफ़ उस पानी की आपूर्ति के लिए महेंद्रगढ़ कनाल पर स्पेशल पम्प हाऊस बनाकर अतिरिक्त पानी उठाने की योजना बनायी जा रही है।
ज्ञापन में स्पष्ट किया है कि हमें किसी क्षेत्र को भी पानी देने में कोई एतराज़ नहीं है,जिन्हे जरूरत है उन्हे भी मिलना चाहिए । परंतु एक क्षेत्र के हितों की क़ुर्बानी देकर दूसरे क्षेत्र को पोषित करने का काम प्रजातंत्र में स्वीकार्य नहीं हो सकता।
यह नहर व्यवस्था आज की बनायी हुई नहीं है अपितु पिछले कई दशकों से यह व्यवस्था काम कर रही है जिसमें नहर निर्माताओं ने हर क्षेत्र को अलग अलग नहरों से पानी वितरण की परिपूर्ण व्यवस्था दी हुई है। अब यदि ऐसी व्यवस्था के साथ छेड़-छाड़ करके तोड़ा मरोड़ा जाता है तो वह अवांछित एवं व्यापक विवाद और वैमनस्यता को जन्म देगा और क्षेत्रीय भाईचारे को नुक़सान पहुँचाएगा। हां, जहां जहां जिन जिन क्षेत्रों की नहरों के टेल क्षेत्रों में पानी की कमी है वहाँ उसी नहरी सिस्टम को सुधार कर पानी की व्यवस्था सुधारी जाए । वैसे भी महेंद्रगढ़ जिला तो पहले से ही पानी की कमी कई पीढ़ियों से झेल रहा है।
ज्ञापन में मुख्यमंत्री से अनुरोध किया है कि इसको तुरंत रोकने के आदेश पारित किए जाएं तथा विभाग को सख्ती से कहा जावे कि ऐसे प्रोजेक्ट बनाते समय इसका दूसरे क्षेत्रों पर पड़ने वाले प्रभाव का भी आकलन अवश्य कराएं ताकि पहले से ही जलाभाव वाले क्षेत्र प्रभावित न हों ।
ज्ञापन की एक प्रति चौधरी धर्मवीर सिंह सांसद भिवानी महेन्द्रगढ को भी भेजी है जिसमें उनकी अनुशंसा का महेंद्रगढ़ ज़िले के नहरी पानी पर पड़ने वाले विपरीत प्रभाव को देखते हुए उसे तुरंत वापिस लेने की बात कही है।
प्रतिनिधि मंडल के राधेश्याम गोमला अध्यक्ष सर्व समाज मंच , भाई रामसिंह पूर्व जिला प्रमुख, सत्यवीर झूकिया पूर्व महासचिव प्रदेश कांग्रेस , शीतलदास बसपा जिला अध्यक्ष , डाक्टर मनीष यादव आम आदमी पार्टी जिला अध्यक्ष , महेश यादव अध्यक्ष अहीरवाल खाप ,डाक्टर प्रेमराज प्रधान जिला वेद प्रचार मंडल , एडवोकेट अभयराम प्रधान यादव महासभा , एडवोकेट राजीव यादव अध्यक्ष बार एसोशिएशन महेन्द्रगढ़, विनोद भील पूर्व जिला पार्षद व अध्यक्ष भीलसेना , वीरभद्र पायगा पूर्व अध्यक्ष सरपंच एसोसिएशन महेन्द्रगढ़ , दलीप सिंह पाथेडा पूर्व अध्यक्ष सरपंच एशोसिएशन कनीना , जगदीश भारत मुक्ति मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष , बलजीत भारत मुक्ति मोर्चा के जिला अध्यक्ष, सुरेन्द्र सिंह किसान मोर्चा जिला संयोजक , एडवोकेट धर्मबीर, प्रोफेसर बस्तीराम , भूपेन्द्र आर्य, संजय राव, जगदीश यादव, रोहतास यादव, लालसिंह राव, सुबेदार रामकुमार सिंह, छोटेलाल यादव, रामस्वरूप बोहरा , सुबेसिंह आदि सदस्यों ने अपने हस्ताक्षरयुक्त ज्ञापन सौंपा ।

अब इसके विरोध में जनप्रतिनिधि भी खुल कर आये

नांगल चौधरी पंचायत समिति की चेयरपर्सन धौली देवी ने इसके विरोध में समिति सदस्यों के साथ-साथ दर्जनों गांवों के सरपंचों के हस्ताक्षरयुक्त एक खुला पत्र मुख्यमंत्री को प्रेषित किया हैं। इतना ही नहीं इन जनप्रतिनिधियों ने इस पत्र की एक प्रति खुद सांसद चौधरी धर्मबीर सिंह को भी भेजी है।
मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में कहा गया है कि सरकार भिवानी-महेन्द्रगढ़ के सांसद की अनुशंसा पर जो विशेष पंप हाउस बनाने जा रही है, वो न केवल पहले से तय किए गये नियमों के खिलाफ है, बल्कि ये जिले की जनता के हितों पर कुठाराघात भी है। पत्र में लिखा गया है कि महेंद्रगढ़ जिला हमेशा सूखे व पानी के अभाव की स्थिति का दंश झेलता रहा है। राजस्थान से आने वाली नदियों में पानी बंद होने के उपरांत जिले की भू-जल व्यवस्था संकट में आ गई तथा समस्त महेंद्रगढ़ जिला डार्क जोन की परिभाषा में आ गया। वर्तमान में जिले की पूर्ण रूप से नहरी पानी पर निर्भरता है। पिछले कुछ वर्षों में सरकार ने बरसात का अतिरिक्त पानी लाकर यहां रिचार्ज का सराहनीय काम किया है। परंतु हाल ही में कुछ ऐसे घटनाक्रम हुए हैं, जिनसे लोग चिंतित है। जिले की जल व्यवस्था के साथ छेड़छाड़ करने की कोशिश की जा रही है जिसके परिणामस्वरूप महेंद्रगढ़ कनाल के अधिकृत कमांड एरिया से बाहर पानी ले जाने की कुछ योजनाएं पूरी हो चुकी तथा कुछ बनाने की प्रक्रिया जारी है।
पत्र में लिखा गया कि पहले तो सतनाली फीडर से दुधवा-दतौली माइनर का काम किया गया। उसके बाद दाढ़ी-चिल्लर पाइप लाइन की स्वीकृत प्रदान की गई और अब स्थानीय सांसद की अनुशंसा पर एमसी-2 पंप हाउस से सतनाली फीडर में अतिरिक्त पानी डालने के लिए विशेष पंप हाउस का स्थापना प्रोजेक्ट विभाग तेज गति से बना रहा है। स्पष्ट है कि लोहारू फीडर की टेल पर पड़ने वाले क्षेत्रों को सतनाली फीडर से सीधे पानी देने का सुनियोजित प्रयास किया जा रहा है, जिससे न केवल जल संकट गहरायेगा अपितु महेंद्रगढ़ कनाल की समस्त जल व्यवस्था अस्त-व्यस्त हो जाएगी।
अब सांसद की अनुशंसा पर महेंद्रगढ़ कनाल पर एक विशेष पंप हाऊस बनाकर सतनाली फीडर को अतिरिक्त पानी देने की योजना है। इससे पत्र की एक कॉपी सांसद चौधरी धर्मबीर सिंह को भेज कर आग्रह किया किया कि वे जिला महेन्द्रगढ़ की जनता पर पड़ने वाले विपरीत प्रभाव को ध्यान में रखते हुए अपनी अनुशंसा तुरंत वापस लें।

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