धर्मपाल वर्मा
दक्ष दर्पण समाचार सेवा
चंडीगढ़।
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल का मंगलवार रात करीब 8:28 मिनट बजे निधन हो गया. वह 95 वर्ष के थे. जानकारी के मुताबिक उन्होंने मोहाली के फोर्टिस हॉस्पिटल में अंतिम सांस ली बादल के पार्थिव शरीर को आज बुधवार सुबह मोहाली से उनके पैतृक गांव बादल जिला बठिंडा तक सड़क मार्ग से ले जाया जा रहा है। उनका अंतिम संस्कार बादल गांव में ही किया जाना है।
सरदार प्रकाश सिंह बादल देश के सबसे युवा मुख्यमंत्री रहे उन्होंने अपना राजनीतिक जीवन एक सरपंच के रूप में चुनाव लड़के 1947 में शुरू किया फिर 1957 में विधानसभा का चुनाव लड़ा परंतु 1969 में विधायक बने ।1970 में पहली बार मुख्यमंत्री बने और पांच बार मुख्यमंत्री बनने का अवसर मिला ।वह सांसद भी चुने गए और केंद्र में मंत्री भी रहे। उनका जन्म 1927 में पंजाब के छोटे से गांव में हुआ ।
सरदार प्रकाश सिंह बादल का हरियाणा में स्वर्गीय चौधरी देवीलाल के परिवार से कदीमी भाईचारा किसी से छिपा हुआ नहीं है। श्री बादल हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी ओम प्रकाश चौटाला से उम्र में 10 साल बड़े थे जबकि स्वर्गीय चौधरी देवीलाल से 10 साल छोटे थे। सादगी के प्रतीक सरदार प्रकाश सिंह बादल लोगों के बीच की राजनीति के पक्षधर थे और इस समय देश में सबसे ज्यादा उम्र दराज और लोकप्रिय नेताओं में गिने जाते थे ।उन्होंने 2022 में अपना अंतिम चुनाव लड़ा परंतु हार गए । विधानसभा चुनाव मैं यह उनकी पहली हार थी।
पंजाब के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल उनके पुत्र हैं और उनके राजनीतिक बारिश भी। का सिंह बादल के निधन पर देश के चोटी के नेताओं ने केंद्रीय मंत्रियों पंजाब सरकार के कई मंत्रियों ने शोक व्यक्त किया है और उन्हें सदी का महान नेता बताया है।

सरदार प्रकाश सिंह बादल 1927 2023