image अमर उजाला
डीपी वर्मा
दक्ष दर्पण समाचार सेवा
भारतीय जनता पार्टी ने 67 विधानसभा क्षेत्र के लिए अपने उम्मीदवारों के नाम की घोषणा कर दी है अभी मेवात के अलावा पटौदी सुरक्षित बाबल सुरक्षित ,सोनीपत जिले में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव क्षेत्र राई ,इसी जिले में बरोदा और गन्नौर कैथल जिले में पुंडरी, सिरसा जिले में डबवाली, जींद जिले में नरवाना और जुलाना ,करनाल जिले में असंध आदि में उम्मीदवारों के नाम की घोषणा शेष है। लेकिन जिन उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की गई है उनमें भी कई ऐसे विधानसभा क्षेत्र हैं जहां उम्मीदवारों को लेकर विरोध शुरू हो गया है । पता चला है कि चार विधानसभा क्षेत्रों मे फेबदल कर सकती है। गोपाल कांडा को सिरसा से टिकट दी गई है लेकिन पार्टी के नेता चाहते हैं कि वह अपनी पार्टी का भाजपा में विलय करें।
कुछ लोग पार्टी छोड़ गए हैं ।
अभी भी सूची में फेर बदल की संभावनाएं बताई जा रही हैं। हिसार में पूर्व मंत्री सावित्री जिंदल और सिटिंग एमएलए डॉक्टर कमल गुप्ता के बीच टिकट को लेकर असामान्य स्थिति देखने को मिल रही है ।यहां जनता के अनुरोध पर सावित्री जिंदल निर्दलीय चुनाव भी लड़ी तो किसी को आश्चर्य नहीं होगा।
कालका में पार्टी ने उम्मीदवार बदलते हुए अंबाला की मेयर शक्ति रानी शर्मा को टिकट दे दी है लेकिन इससे पूर्व विधायक लतिका के शर्मा के समर्थक असहज नजर आए ।इन सब ने लतिका शर्मा के आवास पर इकट्ठे होकर नारेबाजी की और शक्ति रानी को टिकट दिए जाने का विरोध भी किया। हमारी शक्ति ,लतिका शर्मा ,शक्ति रानी गो बैक ,शक्ति को नहीं समर्थन के नारे लगाने वाले कुछ कार्य कर्ता साफ तौर पर शक्ति रानी का विरोध करते नजर आए और उन्होंने यह संकेत भी दिया कि वे भाजपा उम्मीदवार को समर्थन नहीं देंगे।
जानकार बताते हैं कि अब कालका में टिकट बदलने का तो कोई सवाल नहीं है और शक्ति रानी निश्चित तौर पर चुनाव लड़ेंगी। उनका कालका में काली माता के मंदिर में माता टेक कर चुनाव प्रचार की शुरुआत करने का प्रोग्राम बताया गया है। शक्ति रानी इससे पहले भी कालका से चुनाव लड़ चुकी है।
सोनीपत जिले में राई में भाजपा का उम्मीदवार कौन होगा इस पर बड़ी माथा पच्ची हो सकती है। लोग देखना चाहते हैं कि प्रदेश अध्यक्ष मोहनलाल बडोली जो राई का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं । टिकट उनकी मर्जी से उनके किसी समर्थक या परिवारजन को मिलेगी या पार्टी अपने विवेक पर फैसला करेगी यह देखा जाना बाकी है।गन्नौर में पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल जिस उम्मीदवार का समर्थन कर रहे हैं पार्टी के कई नेता इसका विरोध कर रहे हैं और किसी परिपक्व कार्यकर्ता को टिकट देने की मांग कर रहे हैं यहां आजाद नेहरा को टिकट दी जा सकती है।
बरोदा बहुत महत्वपूर्ण सीट हो गई है। हालांकि यह कांग्रेस का बड़ा गढ़ है लेकिन भाजपा की टिकट मांगने वाले लोग भी कई हैं ।इनमें मजबूत उम्मीदवारों में भूपेंद्र मलिक का नाम सबसे आगे इसलिए बताया गया है कि भारतीय जनता पार्टी जाटों के बड़े गोत्र मलिक के किसी भी उम्मीदवार को कहीं से भी टिकट नहीं दे पाई है ।मलिक मतदाता बरोदा, गोहाना गन्नौर सफीदों और जुलाना हलकों में ही नहीं हांसी क्षेत्र में भी निर्णायक स्थिति में है।
पार्टी ने अभी तक मेवात के किसी भी विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवारों के नाम की घोषणा नहीं की है दो रिजर्व विधानसभा क्षेत्रों बावल और पटौदी में इसलिए पेज फंसा हुआ है कि केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह यहां नए उम्मीदवारों को मैदान में उतरना चाहते हैं। नई सूची में एक कैबिनेट मंत्री एक विधायक के अलावा कई और बड़े नेताओं की टिकट कट सकती है। डबवाली में पार्टी को नया उम्मीदवार तलाश करना पड़ेगा क्योंकि पूर्व प्रत्याशी आदित्य देवीलाल और कैबिनेट मंत्री रणजीत सिंह ने डबवाली से चुनाव लड़ने से मना कर दिया है। सीटों के बंटवारे के समय भाजपा ने कई जगह पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल के उम्मीदवारों को टिकट दे दी है और कई जगह उनके बहुत नजदीकी लोगों को टिकट देने से साफ मना कर दिया है। वह रानियां में चौधरी रणजीत सिंह को टिकट दिला पाए ना ही गोपाल कांडा के भाई गोविंद कांडा को। सूत्र बताते हैं कि मनोहर लाल पानीपत से मेयर अवनीत कौर को टिकट दिलाना चाहते थे लेकिन बाद में मौजूदा विधायक के नाम पर ही सहमत हो गए। वह शाहबाद मारकंडा में कृष्ण बेदी को टिकट नहीं दिला पाए लेकिन कालका में लतिका शर्मा की टिकट कटा कर अपने नजदीकी विनोद शर्मा की पत्नी को टिकट दिलाने में कामयाब हो गए। सोनीपत में अपनी पसंद के उम्मीदवार नितिन मदान को टिकट दिला लाए लेकिन उनके विरोधी माने जाने वाले पूर्व सांसद डॉक्टर अरविंद शर्मा गोहाना से टिकट लाने में कामयाब हो गए। गन्नौर में क्या होगा यह देखा जाना बाकी है।
टिकट नहीं मिलने से कई लोगों ने भाजपा छोड़ने का ऐलान कर दिया इन में पूर्व मंत्री करण देव कंबोज, रणजीत सिंह , शमशेर खरकड़ा,सुखविंदर माढी लक्ष्मण नापा सहित कई पार्टी पदाधिकारी और पूर्व विधायक शामिल हैं। समालखा से भाजपा टिकट के दावेदारी संजय छोकर ने भी पार्टी छोड़ दी है। उधर समालखा से ही टिकट के दावेदार शशिकांत शर्मा ने भी अपने समर्थकों की बैठक बुला ली है जो रविवार को उनके गांव चुलकाना धाम में होगी। माना जा रहा है कि पार्टी टिकटों में थोड़ा बहुत फेर बदल कर सकती है।