डीपी वर्मा
दक्ष दर्पण समाचार चण्डीगढ़। dakshdarpan2024@gmail.com
भारतीय जनता पार्टी ने 67 उम्मीदवारों की जो पहली सूची जारी की है उसे पढ़ कर और देखकर लोगों को बड़ा आश्चर्य हो रहा है क्योंकि इसमें कुछ अद्भुत देखने को मिला है। सबसे बड़ी बात यह है कि अनुमान और अंदाजों के विपरीत भाजपा ने कांग्रेस की सूची की प्रतीक्षा न करते हुए टिकट बांटने की पहल कर दी है ।इस सूची में कई हैरान करने वाली चीजें देखने को मिल रही है ।भारतीय जनता पार्टी ने खुद को दिग्गज बताने वाले पार्टी के कई लोगों की बड़ी बेरु बाई के साथ टिकट काट कर दिखा दी है। कालका से शुरू करें तो पार्टी ने लतिका शर्मा के खिलाफ शिकायतों को मध्य नजर रखते हुए महिला की जगह महिला और ब्राह्मण की जगह ब्राह्मण को उम्मीदवार बनाते हुए यह साबित करने की कोशिश की है कि अब इस सीट को विनोद शर्मा जैसा दिग्गज निश्चित तौर पर निकाल लेगा और हरियाणा की नंबर एक सीट पर भाजपा की जीत की बोहनी हो सकेगी। भाजपा ने जहां परिवारवाद के विरुद्ध अपनी नीति को थोड़ा लचीला बनाते हुए कई लोगों को टिकट दी है वही उम्र के 75 वर्ष पार कर चुके ज्ञानचंद गुप्ता को पंचकूला से तीसरी बार उम्मीदवार बना दिया है। भाजपा के लिए ज्ञानचंद गुप्ता से मजबूत कोई अन्य उम्मीदवार नहीं माना गया। राजनीतिक पर्यवेक्षक यही मान कर चल रहे थे कि ज्ञानचंद गुप्ता की टिकट कटने वाली नहीं है।
अंबाला शहर से विधायक असीम गोयल को लेकर बहुत चर्चाएं थी कि या तो उनका टिकट कटेगा या उन्हें पंचकूला शिफ्ट किया जाएगा परंतु दोनों में से कोई बात नहीं हुई और उन्हें एक बार फिर अंबाला शहर से टिकट थमा दी गई है। लेकिन कमजोर स्थिति की खबरों को देखते हुए शाहबाद मारकंडा से पूर्व मंत्री और मनोहर लाल के समर्थक कृष्ण बेदी को टिकट नहीं दी गई। 2014 में भाजपा की टिकट पर मुलाना से जीतकर आई पूर्व मंत्री संतोष सारवान पर भाजपा ने एक बार फिर भरोसा जताया है। 2019 की अपनी गलती को सुधारते हुए भारतीय जनता पार्टी ने गुहला चीका सुरक्षित सीट से 2014 में विधायक रहे कुलवंत बाजीगर को ही टिकट दे दी है। भारतीय जनता पार्टी की टिकट पर 2014 में विधायक बने बलवंत सिंह की स्थिति बहुत कमजोर मानी जा रही थी लेकिन इसके बावजूद पार्टी ने उन्हें सढौरा से फिर उम्मीदवार बना दिया।
भारतीय जनता पार्टी की टिकट पर 2014 में विधायक बने श्याम सिंह राणा की 2019 में टिकट काट दी गई थी वह नाराज होकर भाजपा भी छोड़ गए थे लेकिन थोड़े दिन पहले ही दोबारा भाजपा में शामिल हुए तो यही लगता था कि पार्टी के नेताओं ने उनकी टिकट की हां कर ली थी और यह बात अब सामने आ भी गई है। पिछड़े वर्ग के भाजपा के नेता रामकुमार कश्यप को एक बार फिर इंद्री से टिकट देकर पार्टी ने बुद्धिमता का परिचय दिया है करनाल में पंजाबी की जगह पंजाबी को फिर से टिकट दे दी है ।यहां एक बात साफ हो गई की करनाल के पूर्व सांसद संजय भाटिया विधानसभा का चुनाव नहीं लड़ पाएंगे । उनके नाम पर न पानीपत में विचार किया गया न हीं करनाल में।
भारतीय जनता पार्टी ने घरौंडा से एक बार फिर रोड बिरादरी को प्रतिनिधित्व दिया है। इस कोटे से हरविंदर कल्याण लगातार दूसरी बार भाजपा के प्रत्याशी बने हैं लेकिन अभी भाजपा ने असंध से उम्मीदवार के नाम की घोषणा नहीं की है। भारतीय जनता पार्टी ने जींद जिले में उचाना में नए प्रत्याशी को मैदान में उतारा है लेकिन दादा गौतम को सफीदों से टिकट देकर सबको चौंका दिया है। सफीदों में कई लोग टिकट की दावेदारी जाता रहे थे।
भारतीय जनता पार्टी में पानीपत जिले में इसराना में एक बार फिर कृष्ण लाल पवार के को ही विधानसभा का चुनाव लड़ने का मौका दे दिया है। वह राज्यसभा के सांसद हैं विधायक बने तो राज्यसभा से त्यागपत्र दे देंगे। हम आरंभ से यह दावा करते आ रहे थे कि इसराना से भाजपा के उम्मीदवार कृष्ण लाल कुमार ही होंगे। उन्हें पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल का आशीर्वाद मिला है।
मुख्यमंत्री लाइव सैनी की पगडी का सवाल।
कभी-कभी मनोहर लाल ही समालखा हल्के में संजय छौक्कर को चुनाव लड़ाने के लिए कांग्रेस से लेकर आए थे लेकिन बदले हुए हालातो में सीट निकालने की कोशिश में भारतीय जनता पार्टी ने पूर्व मंत्री करतार सिंह भड़ाना के पुत्र मनमोहन बढ़ाना को टिकट दे दी जब कि लगातार दो बार समालखा से भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ चुके इस क्षेत्र के लोकप्रिय नेता शशिकांत कौशिक का अब भी अधिकार बनता था परंतु मनमोहन भड़ाना मौका दे दिया गया है।
सोनीपत में कुछ दिन पहले कांग्रेस से आए निखिल मदान को टिकट देकर भाजपा ने बड़ा गेम खेला है। गन्नौर में मनोहर लाल के चहेते देवेंद्र काद्यान्न की टिकट अभी तक नहीं हो पाई है यहां आजाद नेहरा को भी टिकट मिल सकता है।
गोहाना में भाजपा की टिकट चौंकाने वाली है। यहां भारतीय जनता पार्टी के पूर्व सांसद डॉक्टर अरविंद शर्मा को टिकट दी गई है। जबकि वीरेंद्र आर्य और योगेश्वर दत्त में से किसी एक को टिकट मिलने के आसार बताए जा रहे थे ।बेशक डॉक्टर अरविंद शर्मा सोनीपत से सांसद रह चुके हैं लेकिन उन्हें बाहरी बताकर पार्टी के लोग ही विरोध करते नजर आ रहे हैं। ऐसा लगता है कि भारतीय जनता पार्टी ने जाट मतदाताओं में होते दिख रहे बंटवारे के कारण डॉक्टर अरविंद शर्मा को टिकट दी है। पार्टी गोहाना से पिछड़े के रूप में रामचंद्र जांगड़ा और जाट के रूप में तीर्थ राणा को टिकट दे चुकी है परंतु कामयाबी नहीं मिली अब ब्राह्मण के रूप में डॉक्टर शर्मा आ गए हैं।
बरोदा और राई के उम्मीदवारों के नाम भी अभी फाइनल नहीं हुए हैं दोनों नाम चौंकाने वाले हो सकते हैं।
भारतीय जनता पार्टी ने बीजेपी से आए कई नए लोगों को टिकट दी है इनमें अनूप धानक उकलाना, देवेंद्र बबली टोहाना, रामकुमार गौतम सफीदों आदि तो है ही बेरी से संजय कबलाना को टिकट दी है जो बादली से चुनाव लड़ चुके हैं। कबलाना को ओमप्रकाश धनखड़ ने शायद इस सोच के साथ टिकट दिलाई है कि उन्हें कबलाना के वोट बैंक का बादली में लाभ हो जाएगा। बेरी से नीलम अहलावत की टिकट कटने का यही कारण हो सकता है।
पार्टी ने रोहतक में लगभग सारे उम्मीदवार नए दिए हैं।
भिवानी जिले में बाढड़ा से 2014 में विधायक रहे सुखविंदर सिंह की टिकट काट दी गई ।उन्होंने भाजपा ही छोड़ दी है।पार्टी में नए उम्मीदवार उमेद को मैदान में उतारा है ।भिवानी में एक मंत्री विशंभर वाल्मीकि की टिकट भी काट दी गई है लेकिन चरखी दादरी में नए उम्मीदवार के रूप में पूर्व मंत्री सतपाल सांगवान के पुत्र को टिकट दी गई है। अहीरवाल में अभी तक की टिकटों में राव इंद्रजीत सिंह को अधिमान मिला है। समझा जाता है कि पटौदी और बावल में उनकी पसंद के उम्मीदवार ही मैदान में आएंगे। पार्टी ने गुरुग्राम में सिटिंग एमएलए की टिकट काटकर ब्राह्मणों को अधिमान देते हुए मुकेश शर्मा को टिकट दी है ।वह 2014 में बादशाहपुर से चुनाव लड़ चुके हैं। भाजपा ने ब्राह्मणों को अधिमान देते हुए 7 टिकट दे दी है ।अभी ऐसे और नाम भी आने हैं। भारतीय जनता पार्टी ने पलवल में मौजूदा विधायक की टिकट काट दी है। ऐसी कोशिश होडल में भी हो रही है। दो लगातार सीटों बल्लभगढ़ और पृथला में ब्राह्मणों को टिकट दी गई है।
महिलाओं के नाम पर कालका किलोई कलानौर हिसार रतिया तोशाम कलायत मंडी अटेली में टिकट दी गई है। एक खिलाड़ी दीपक हुड्डा को महम से टिकट दी गई है। यहां शमशेर खरकड़ा पार्टी छोड़ गए हैं।
भारतीय जनता पार्टी अब कांग्रेस की सूची आने के बाद ही बाकी के उम्मीदवारों के नामों का फैसला कर सकती है ।नई सूची में भी कुछ महिलाओं के नाम आ सकते हैं ।भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस के बागी होने वाले
उम्मीदवारों को भी टिकट दे सकती है।
कुलवंत बाजीगर गुहला चीका
बीजेपी ने गलती सुधारी
भारतीय जनता पार्टी ने 67 उम्मीदवारों की जो पहली सूची जारी की है उसे पढ़ कर और देखकर लोगों को बड़ा आश्चर्य हो रहा है क्योंकि इसमें कुछ अद्भुत देखने को मिला है। सबसे बड़ी बात यह है कि अनुमान और अंदाजों के विपरीत भाजपा ने कांग्रेस की सूची की प्रतीक्षा न करते हुए टिकट बांटने की पहल कर दी है ।इस सूची में कई हैरान करने वाली चीजें देखने को मिल रही है ।भारतीय जनता पार्टी ने खुद को दिग्गज बताने वाले पार्टी के कई लोगों की बड़ी बेरु बाई के साथ टिकट काट कर दिखा दी है। कालका से शुरू करें तो पार्टी ने लतिका शर्मा के खिलाफ शिकायतों को मध्य नजर रखते हुए महिला की जगह महिला और ब्राह्मण की जगह ब्राह्मण को उम्मीदवार बनाते हुए यह साबित करने की कोशिश की है कि अब इस सीट को विनोद शर्मा जैसा दिग्गज निश्चित तौर पर निकाल लेगा और हरियाणा की नंबर एक सीट पर भाजपा की जीत की बोहनी हो सकेगी। भाजपा ने जहां परिवारवाद के विरुद्ध अपनी नीति को थोड़ा लचीला बनाते हुए कई लोगों को टिकट दी है वही उम्र के 75 वर्ष पार कर चुके ज्ञानचंद गुप्ता को पंचकूला से तीसरी बार उम्मीदवार बना दिया है। भाजपा के लिए ज्ञानचंद गुप्ता से मजबूत कोई अन्य उम्मीदवार नहीं माना गया। राजनीतिक पर्यवेक्षक यही मान कर चल रहे थे कि ज्ञानचंद गुप्ता की टिकट कटने वाली नहीं है।
हाईकमान को भी करनी पड़ी मशक्कत।
अंबाला शहर से विधायक असीम गोयल को लेकर बहुत चर्चाएं थी कि या तो उनका टिकट कटेगा या उन्हें पंचकूला शिफ्ट किया जाएगा परंतु दोनों में से कोई बात नहीं हुई और उन्हें एक बार फिर अंबाला शहर से टिकट थमा दी गई है। लेकिन कमजोर स्थिति की खबरों को देखते हुए शाहबाद मारकंडा से पूर्व मंत्री और मनोहर लाल के समर्थक कृष्ण बेदी को टिकट नहीं दी गई। 2014 में भाजपा की टिकट पर मुलाना से जीतकर आई पूर्व मंत्री संतोष सारवान पर भाजपा ने एक बार फिर भरोसा जताया है। 2019 की अपनी गलती को सुधारते हुए भारतीय जनता पार्टी ने गुहला चीका सुरक्षित सीट से 2014 में विधायक रहे कुलवंत बाजीगर को ही टिकट दे दी है। भारतीय जनता पार्टी की टिकट पर 2014 में विधायक बने बलवंत सिंह की स्थिति बहुत कमजोर मानी जा रही थी लेकिन इसके बावजूद पार्टी ने उन्हें सढौरा से फिर उम्मीदवार बना दिया।
भारतीय जनता पार्टी की टिकट पर 2014 में विधायक बने श्याम सिंह राणा की 2019 में टिकट काट दी गई थी वह नाराज होकर भाजपा भी छोड़ गए थे लेकिन थोड़े दिन पहले ही दोबारा भाजपा में शामिल हुए तो यही लगता था कि पार्टी के नेताओं ने उनकी टिकट की हां कर ली थी और यह बात अब सामने आ भी गई है। पिछड़े वर्ग के भाजपा के नेता रामकुमार कश्यप को एक बार फिर इंद्री से टिकट देकर पार्टी ने बुद्धिमता का परिचय दिया है करनाल में पंजाबी की जगह पंजाबी को फिर से टिकट दे दी है ।यहां एक बात साफ हो गई की करनाल के पूर्व सांसद संजय भाटिया विधानसभा का चुनाव नहीं लड़ पाएंगे । उनके नाम पर न पानीपत में विचार किया गया न हीं करनाल में।
भारतीय जनता पार्टी ने घरौंडा से एक बार फिर रोड बिरादरी को प्रतिनिधित्व दिया है। इस कोटे से हरविंदर कल्याण लगातार दूसरी बार भाजपा के प्रत्याशी बने हैं लेकिन अभी भाजपा ने असंध से उम्मीदवार के नाम की घोषणा नहीं की है। भारतीय जनता पार्टी ने जींद जिले में उचाना में नए प्रत्याशी को मैदान में उतारा है लेकिन दादा गौतम को सफीदों से टिकट देकर सबको चौंका दिया है। सफीदों में कई लोग टिकट की दावेदारी जाता रहे थे।
भारतीय जनता पार्टी में पानीपत जिले में इसराना में एक बार फिर कृष्ण लाल पवार के को ही विधानसभा का चुनाव लड़ने का मौका दे दिया है। वह राज्यसभा के सांसद हैं विधायक बने तो राज्यसभा से त्यागपत्र दे देंगे। हम आरंभ से यह दावा करते आ रहे थे कि इसराना से भाजपा के उम्मीदवार कृष्ण लाल कुमार ही होंगे। उन्हें पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल का आशीर्वाद मिला है।
कभी-कभी मनोहर लाल ही समालखा हल्के में संजय छौक्कर को चुनाव लड़ाने के लिए कांग्रेस से लेकर आए थे लेकिन बदले हुए हालातो में सीट निकालने की कोशिश में भारतीय जनता पार्टी ने पूर्व मंत्री करतार सिंह भड़ाना के पुत्र मनमोहन बढ़ाना को टिकट दे दी जब कि लगातार दो बार समालखा से भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ चुके इस क्षेत्र के लोकप्रिय नेता शशिकांत कौशिक का अब भी अधिकार बनता था परंतु मनमोहन भड़ाना मौका दे दिया गया है।
सोनीपत में कुछ दिन पहले कांग्रेस से आए निखिल मदान को टिकट देकर भाजपा ने बड़ा गेम खेला है। गन्नौर में मनोहर लाल के चहेते देवेंद्र काद्यान्न की टिकट अभी तक नहीं हो पाई है यहां आजाद नेहरा को भी टिकट मिल सकता है।
गोहाना में भाजपा की टिकट चौंकाने वाली है। यहां भारतीय जनता पार्टी के पूर्व सांसद डॉक्टर अरविंद शर्मा को टिकट दी गई है। जबकि वीरेंद्र आर्य और योगेश्वर दत्त में से किसी एक को टिकट मिलने के आसार बताए जा रहे थे ।बेशक डॉक्टर अरविंद शर्मा सोनीपत से सांसद रह चुके हैं लेकिन उन्हें बाहरी बताकर पार्टी के लोग ही विरोध करते नजर आ रहे हैं। ऐसा लगता है कि भारतीय जनता पार्टी ने जाट मतदाताओं में होते दिख रहे बंटवारे के कारण डॉक्टर अरविंद शर्मा को टिकट दी है। पार्टी गोहाना से पिछड़े के रूप में रामचंद्र जांगड़ा और जाट के रूप में तीर्थ राणा को टिकट दे चुकी है परंतु कामयाबी नहीं मिली अब ब्राह्मण के रूप में डॉक्टर शर्मा आ गए हैं।
बरोदा और राई के उम्मीदवारों के नाम भी अभी फाइनल नहीं हुए हैं दोनों नाम चौंकाने वाले हो सकते हैं।
भारतीय जनता पार्टी ने बीजेपी से आए कई नए लोगों को टिकट दी है इनमें अनूप धानक उकलाना, देवेंद्र बबली टोहाना, रामकुमार गौतम सफीदों आदि तो है ही बेरी से संजय कबलाना को टिकट दी है जो बादली से चुनाव लड़ चुके हैं। कबलाना को ओमप्रकाश धनखड़ ने शायद इस सोच के साथ टिकट दिलाई है कि उन्हें कबलाना के वोट बैंक का बादली में लाभ हो जाएगा। बेरी से नीलम अहलावत की टिकट कटने का यही कारण हो सकता है।
पार्टी ने रोहतक में लगभग सारे उम्मीदवार नए दिए हैं।
भिवानी जिले में बाढड़ा से 2014 में विधायक रहे सुखविंदर सिंह की टिकट काट दी गई ।उन्होंने भाजपा ही छोड़ दी है।पार्टी में नए उम्मीदवार उमेद को मैदान में उतारा है ।भिवानी में एक मंत्री विशंभर वाल्मीकि की टिकट भी काट दी गई है लेकिन चरखी दादरी में नए उम्मीदवार के रूप में पूर्व मंत्री सतपाल सांगवान के पुत्र को टिकट दी गई है। अहीरवाल में अभी तक की टिकटों में राव इंद्रजीत सिंह को अधिमान मिला है। समझा जाता है कि पटौदी और बावल में उनकी पसंद के उम्मीदवार ही मैदान में आएंगे। पार्टी ने गुरुग्राम में सिटिंग एमएलए की टिकट काटकर ब्राह्मणों को अधिमान देते हुए मुकेश शर्मा को टिकट दी है ।वह 2014 में बादशाहपुर से चुनाव लड़ चुके हैं। भाजपा ने ब्राह्मणों को अधिमान देते हुए 7 टिकट दे दी है ।अभी ऐसे और नाम भी आने हैं। भारतीय जनता पार्टी ने पलवल में मौजूदा विधायक की टिकट काट दी है। ऐसी कोशिश होडल में भी हो रही है। दो लगातार सीटों बल्लभगढ़ और पृथला में ब्राह्मणों को टिकट दी गई है।
महिलाओं के नाम पर कालका किलोई कलानौर हिसार रतिया तोशाम कलायत मंडी अटेली में टिकट दी गई है। एक खिलाड़ी दीपक हुड्डा को महम से टिकट दी गई है। यहां शमशेर खरकड़ा पार्टी छोड़ गए हैं।
भारतीय जनता पार्टी अब कांग्रेस की सूची आने के बाद ही बाकी के उम्मीदवारों के नामों का फैसला कर सकती है ।नई सूची में भी कुछ महिलाओं के नाम आ सकते हैं ।भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस के बागी होने वाले
उम्मीदवारों को भी टिकट दे सकती है।
कलका से लतिका शर्मा की जगह शक्ति रानी शर्मा।
भारतीय जनता पार्टी ने 67 उम्मीदवारों की जो पहली सूची जारी की है उसे पढ़ कर और देखकर लोगों को बड़ा आश्चर्य हो रहा है क्योंकि इसमें कुछ अद्भुत देखने को मिला है। सबसे बड़ी बात यह है कि अनुमान और अंदाजों के विपरीत भाजपा ने कांग्रेस की सूची की प्रतीक्षा न करते हुए टिकट बांटने की पहल कर दी है ।इस सूची में कई हैरान करने वाली चीजें देखने को मिल रही है ।भारतीय जनता पार्टी ने खुद को दिग्गज बताने वाले पार्टी के कई लोगों की बड़ी बेरु बाई के साथ टिकट काट कर दिखा दी है। कालका से शुरू करें तो पार्टी ने लतिका शर्मा के खिलाफ शिकायतों को मध्य नजर रखते हुए महिला की जगह महिला और ब्राह्मण की जगह ब्राह्मण को उम्मीदवार बनाते हुए यह साबित करने की कोशिश की है कि अब इस सीट को विनोद शर्मा जैसा दिग्गज निश्चित तौर पर निकाल लेगा और हरियाणा की नंबर एक सीट पर भाजपा की जीत की बोहनी हो सकेगी। भाजपा ने जहां परिवारवाद के विरुद्ध अपनी नीति को थोड़ा लचीला बनाते हुए कई लोगों को टिकट दी है वही उम्र के 75 वर्ष पार कर चुके ज्ञानचंद गुप्ता को पंचकूला से तीसरी बार उम्मीदवार बना दिया है। भाजपा के लिए ज्ञानचंद गुप्ता से मजबूत कोई अन्य उम्मीदवार नहीं माना गया। राजनीतिक पर्यवेक्षक यही मान कर चल रहे थे कि ज्ञानचंद गुप्ता की टिकट कटने वाली नहीं है।
अंबाला शहर से विधायक असीम गोयल को लेकर बहुत चर्चाएं थी कि या तो उनका टिकट कटेगा या उन्हें पंचकूला शिफ्ट किया जाएगा परंतु दोनों में से कोई बात नहीं हुई और उन्हें एक बार फिर अंबाला शहर से टिकट थमा दी गई है। लेकिन कमजोर स्थिति की खबरों को देखते हुए शाहबाद मारकंडा से पूर्व मंत्री और मनोहर लाल के समर्थक कृष्ण बेदी को टिकट नहीं दी गई। 2014 में भाजपा की टिकट पर मुलाना से जीतकर आई पूर्व मंत्री संतोष सारवान पर भाजपा ने एक बार फिर भरोसा जताया है। 2019 की अपनी गलती को सुधारते हुए भारतीय जनता पार्टी ने गुहला चीका सुरक्षित सीट से 2014 में विधायक रहे कुलवंत बाजीगर को ही टिकट दे दी है। भारतीय जनता पार्टी की टिकट पर 2014 में विधायक बने बलवंत सिंह की स्थिति बहुत कमजोर मानी जा रही थी लेकिन इसके बावजूद पार्टी ने उन्हें सढौरा से फिर उम्मीदवार बना दिया।
भारतीय जनता पार्टी की टिकट पर 2014 में विधायक बने श्याम सिंह राणा की 2019 में टिकट काट दी गई थी वह नाराज होकर भाजपा भी छोड़ गए थे लेकिन थोड़े दिन पहले ही दोबारा भाजपा में शामिल हुए तो यही लगता था कि पार्टी के नेताओं ने उनकी टिकट की हां कर ली थी और यह बात अब सामने आ भी गई है। पिछड़े वर्ग के भाजपा के नेता रामकुमार कश्यप को एक बार फिर इंद्री से टिकट देकर पार्टी ने बुद्धिमता का परिचय दिया है करनाल में पंजाबी की जगह पंजाबी को फिर से टिकट दे दी है ।यहां एक बात साफ हो गई की करनाल के पूर्व सांसद संजय भाटिया विधानसभा का चुनाव नहीं लड़ पाएंगे । उनके नाम पर न पानीपत में विचार किया गया न हीं करनाल में।
भारतीय जनता पार्टी ने घरौंडा से एक बार फिर रोड बिरादरी को प्रतिनिधित्व दिया है। इस कोटे से हरविंदर कल्याण लगातार दूसरी बार भाजपा के प्रत्याशी बने हैं लेकिन अभी भाजपा ने असंध से उम्मीदवार के नाम की घोषणा नहीं की है। भारतीय जनता पार्टी ने जींद जिले में उचाना में नए प्रत्याशी को मैदान में उतारा है लेकिन दादा गौतम को सफीदों से टिकट देकर सबको चौंका दिया है। सफीदों में कई लोग टिकट की दावेदारी जाता रहे थे।
भारतीय जनता पार्टी में पानीपत जिले में इसराना में एक बार फिर कृष्ण लाल पवार के को ही विधानसभा का चुनाव लड़ने का मौका दे दिया है। वह राज्यसभा के सांसद हैं विधायक बने तो राज्यसभा से त्यागपत्र दे देंगे। हम आरंभ से यह दावा करते आ रहे थे कि इसराना से भाजपा के उम्मीदवार कृष्ण लाल कुमार ही होंगे। उन्हें पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल का आशीर्वाद मिला है।
कभी-कभी मनोहर लाल ही समालखा हल्के में संजय छौक्कर को चुनाव लड़ाने के लिए कांग्रेस से लेकर आए थे लेकिन बदले हुए हालातो में सीट निकालने की कोशिश में भारतीय जनता पार्टी ने पूर्व मंत्री करतार सिंह भड़ाना के पुत्र मनमोहन बढ़ाना को टिकट दे दी जब कि लगातार दो बार समालखा से भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ चुके इस क्षेत्र के लोकप्रिय नेता शशिकांत कौशिक का अब भी अधिकार बनता था परंतु मनमोहन भड़ाना मौका दे दिया गया है।
सोनीपत में कुछ दिन पहले कांग्रेस से आए निखिल मदान को टिकट देकर भाजपा ने बड़ा गेम खेला है। गन्नौर में मनोहर लाल के चहेते देवेंद्र काद्यान्न की टिकट अभी तक नहीं हो पाई है यहां आजाद नेहरा को भी टिकट मिल सकता है।
गोहाना में भाजपा की टिकट चौंकाने वाली है। यहां भारतीय जनता पार्टी के पूर्व सांसद डॉक्टर अरविंद शर्मा को टिकट दी गई है। जबकि वीरेंद्र आर्य और योगेश्वर दत्त में से किसी एक को टिकट मिलने के आसार बताए जा रहे थे ।बेशक डॉक्टर अरविंद शर्मा सोनीपत से सांसद रह चुके हैं लेकिन उन्हें बाहरी बताकर पार्टी के लोग ही विरोध करते नजर आ रहे हैं। ऐसा लगता है कि भारतीय जनता पार्टी ने जाट मतदाताओं में होते दिख रहे बंटवारे के कारण डॉक्टर अरविंद शर्मा को टिकट दी है। पार्टी गोहाना से पिछड़े के रूप में रामचंद्र जांगड़ा और जाट के रूप में तीर्थ राणा को टिकट दे चुकी है परंतु कामयाबी नहीं मिली अब ब्राह्मण के रूप में डॉक्टर शर्मा आ गए हैं।
बरोदा और राई के उम्मीदवारों के नाम भी अभी फाइनल नहीं हुए हैं दोनों नाम चौंकाने वाले हो सकते हैं।
भारतीय जनता पार्टी ने बीजेपी से आए कई नए लोगों को टिकट दी है इनमें अनूप धानक उकलाना, देवेंद्र बबली टोहाना, रामकुमार गौतम सफीदों आदि तो है ही बेरी से संजय कबलाना को टिकट दी है जो बादली से चुनाव लड़ चुके हैं। कबलाना को ओमप्रकाश धनखड़ ने शायद इस सोच के साथ टिकट दिलाई है कि उन्हें कबलाना के वोट बैंक का बादली में लाभ हो जाएगा। बेरी से नीलम अहलावत की टिकट कटने का यही कारण हो सकता है।
पार्टी ने रोहतक में लगभग सारे उम्मीदवार नए दिए हैं।
भिवानी जिले में बाढड़ा से 2014 में विधायक रहे सुखविंदर सिंह की टिकट काट दी गई ।उन्होंने भाजपा ही छोड़ दी है।पार्टी में नए उम्मीदवार उमेद को मैदान में उतारा है ।भिवानी में एक मंत्री विशंभर वाल्मीकि की टिकट भी काट दी गई है लेकिन चरखी दादरी में नए उम्मीदवार के रूप में पूर्व मंत्री सतपाल सांगवान के पुत्र को टिकट दी गई है। अहीरवाल में अभी तक की टिकटों में राव इंद्रजीत सिंह को अधिमान मिला है। समझा जाता है कि पटौदी और बावल में उनकी पसंद के उम्मीदवार ही मैदान में आएंगे। पार्टी ने गुरुग्राम में सिटिंग एमएलए की टिकट काटकर ब्राह्मणों को अधिमान देते हुए मुकेश शर्मा को टिकट दी है ।वह 2014 में बादशाहपुर से चुनाव लड़ चुके हैं। भाजपा ने ब्राह्मणों को अधिमान देते हुए 7 टिकट दे दी है ।अभी ऐसे और नाम भी आने हैं। भारतीय जनता पार्टी ने पलवल में मौजूदा विधायक की टिकट काट दी है। ऐसी कोशिश होडल में भी हो रही है। दो लगातार सीटों बल्लभगढ़ और पृथला में ब्राह्मणों को टिकट दी गई है।
महिलाओं के नाम पर कालका किलोई कलानौर हिसार रतिया तोशाम कलायत मंडी अटेली में टिकट दी गई है। एक खिलाड़ी दीपक हुड्डा को महम से टिकट दी गई है। यहां शमशेर खरकड़ा पार्टी छोड़ गए हैं।
भारतीय जनता पार्टी अब कांग्रेस की सूची आने के बाद ही बाकी के उम्मीदवारों के नामों का फैसला कर सकती है ।नई सूची में भी कुछ महिलाओं के नाम आ सकते हैं ।भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस के बागी होने वाले
उम्मीदवारों को भी टिकट दे सकती है।
भारतीय जनता पार्टी ने 67 उम्मीदवारों की जो पहली सूची जारी की है उसे पढ़ कर लोगों को बड़ा आश्चर्य हो रहा है क्योंकि इसमें कुछ अद्भुत देखने को मिल रहा है। सबसे बड़ी बात यह है कि अनुमान और अंदाजों के विपरीत भाजपा ने कांग्रेस की सूची की प्रतीक्षा न करते हुए टिकट बांटने की पहल कर दी है ।इस सूची में कई हैरान करने वाली चीजें देखने को मिल रही है ।भारतीय जनता पार्टी ने खुद को दिग्गज बताने वाले पार्टी के कई लोगों की बड़ी बेरहमी के साथ टिकट काट कर दिखा दी है। कालका से शुरू करें तो पार्टी ने लतिका शर्मा के खिलाफ शिकायतों को मध्य नजर रखते हुए महिला की जगह महिला और ब्राह्मण की जगह ब्राह्मण को उम्मीदवार बनाते हुए यह साबित करने की कोशिश की है कि अब इस सीट को विनोद शर्मा जैसा दिग्गज निश्चित तौर पर निकाल लेगा और हरियाणा की नंबर एक सीट पर भाजपा की जीत की बोहनी हो सकेगी।
भाजपा ने जहां परिवारवाद के विरुद्ध अपनी नीति को थोड़ा लचीला बनाते हुए कई लोगों को टिकट दी है वही उम्र के 75 वर्ष पार कर चुके ज्ञानचंद गुप्ता को पंचकूला से तीसरी बार उम्मीदवार बना दिया है। हमारी पहले से यही राय बनी हुई थी।भाजपा के लिए ज्ञानचंद गुप्ता से मजबूत कोई अन्य उम्मीदवार नहीं माना गया। राजनीतिक पर्यवेक्षक यही मान कर चल रहे थे कि ज्ञानचंद गुप्ता की टिकट कटने वाली नहीं है।
अंबाला शहर से विधायक असीम गोयल को लेकर बहुत चर्चाएं थी कि या तो उनका टिकट कटेगा या उन्हें पंचकूला शिफ्ट किया जाएगा परंतु दोनों में से कोई बात नहीं हुई और उन्हें एक बार फिर अंबाला शहर से टिकट थमा दी गई है। यहां उनका मुकाबला कांग्रेस के दिग्गज नेता चौधरी निर्मल सिंह से होनेवाला है।हार की स्थिति की खबरों को देखते हुए शाहबाद मारकंडा से पूर्व मंत्री और मनोहर लाल के समर्थक कृष्ण बेदी को टिकट नहीं दी गई। पार्टी ने ने शाहबाद में नए उम्मीदवार सुभाष कलसाना को मौका देकर नई पहल की है।
2014 में भाजपा की टिकट पर मुलाना से जीतकर आई पूर्व मंत्री संतोष सारवान पर भाजपा ने एक बार फिर भरोसा जताया है। 2019 की अपनी गलती को सुधारते हुए भारतीय जनता पार्टी ने गुहला चीका सुरक्षित सीट से 2014 में विधायक रहे कुलवंत बाजीगर को ही टिकट दे दी है। भारतीय जनता पार्टी की टिकट पर 2014 में विधायक बने बलवंत सिंह की स्थिति बहुत कमजोर मानी जा रही थी लेकिन इसके बावजूद पार्टी ने उन्हें सढौरा से फिर उम्मीदवार बना दिया।
भारतीय जनता पार्टी की टिकट पर 2014 में विधायक बने श्याम सिंह राणा की 2019 में टिकट काट दी गई थी वह नाराज होकर भाजपा भी छोड़ गए थे लेकिन थोड़े दिन पहले ही दोबारा भाजपा में शामिल हुए तो यही लगता था कि पार्टी के नेताओं ने उनकी टिकट की हां कर ली थी और यह बात अब सामने आ भी गई है। पिछड़े वर्ग के भाजपा के नेता रामकुमार कश्यप को एक बार फिर इंद्री से टिकट देकर पार्टी ने बुद्धिमता का परिचय दिया है करनाल में पंजाबी की जगह पंजाबी को फिर से टिकट दे दी है ।यहां एक बात साफ हो गई की करनाल के पूर्व सांसद संजय भाटिया विधानसभा का चुनाव नहीं लड़ पाएंगे । उनके नाम पर न पानीपत में विचार किया गया न हीं करनाल में।
भारतीय जनता पार्टी ने घरौंडा से एक बार फिर रोड बिरादरी को प्रतिनिधित्व दिया है। इस कोटे से हरविंदर कल्याण लगातार दूसरी बार भाजपा के प्रत्याशी बने हैं लेकिन अभी भाजपा ने असंध से उम्मीदवार के नाम की घोषणा नहीं की है। भारतीय जनता पार्टी ने जींद जिले में उचाना में नए प्रत्याशी को मैदान में उतारा है लेकिन दादा गौतम को सफीदों से टिकट देकर सबको चौंका दिया है। सफीदों में कई लोग टिकट की दावेदारी जाता रहे थे।
भारतीय जनता पार्टी में पानीपत जिले में इसराना में एक बार फिर कृष्ण लाल पवार को ही विधानसभा का चुनाव लड़ने का मौका दे दिया है। वह राज्यसभा के सांसद हैं विधायक बने तो राज्यसभा से त्यागपत्र दे देंगे। हम आरंभ से यह दावा करते आ रहे थे कि इसराना से भाजपा के उम्मीदवार कृष्ण लाल पवार ही होंगे। उन्हें पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल का आशीर्वाद मिला है।
कभी मनोहर लाल ही समालखा हल्के में संजय छौक्कर को चुनाव लड़ाने के लिए कांग्रेस से लेकर आए थे लेकिन बदले हुए हालातो में सीट निकालने की कोशिश में भारतीय जनता पार्टी ने पूर्व मंत्री करतार सिंह भड़ाना के पुत्र मनमोहन बढ़ाना को टिकट दे दी जब कि लगातार दो बार समालखा से भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ चुके इस क्षेत्र के लोकप्रिय नेता शशिकांत कौशिक का अब भी अधिकार बनता था परंतु मनमोहन भड़ाना मौका दे दिया गया है।
सोनीपत में कुछ दिन पहले कांग्रेस से आए निखिल मदान को टिकट देकर भाजपा ने बड़ा गेम खेला है। गन्नौर में मनोहर लाल के चहेते देवेंद्र काद्यान्न की टिकट अभी तक नहीं हो पाई है यहां आजाद नेहरा को भी टिकट मिल सकता है।
गोहाना में भाजपा की टिकट चौंकाने वाली है। यहां भारतीय जनता पार्टी के पूर्व सांसद डॉक्टर अरविंद शर्मा को टिकट दी गई है। जबकि वीरेंद्र आर्य और योगेश्वर दत्त में से किसी एक को टिकट मिलने के आसार बताए जा रहे थे ।बेशक डॉक्टर अरविंद शर्मा सोनीपत से सांसद रह चुके हैं लेकिन उन्हें बाहरी बताकर पार्टी के लोग ही विरोध करते नजर आ रहे हैं। ऐसा लगता है कि भारतीय जनता पार्टी ने जाट मतदाताओं में होते दिख रहे बंटवारे के कारण डॉक्टर अरविंद शर्मा को टिकट दी है। पार्टी गोहाना से पिछड़े के रूप में रामचंद्र जांगड़ा और जाट के रूप में तीर्थ राणा को टिकट दे चुकी है परंतु कामयाबी नहीं मिली अब ब्राह्मण के रूप में डॉक्टर शर्मा आ गए हैं।
बरोदा और राई के उम्मीदवारों के नाम भी अभी फाइनल नहीं हुए हैं दोनों नाम चौंकाने वाले हो सकते हैं।
भारतीय जनता पार्टी ने बीजेपी से आए कई नए लोगों को टिकट दी है इनमें अनूप धानक उकलाना, देवेंद्र बबली टोहाना, रामकुमार गौतम सफीदों आदि तो है ही बेरी से संजय कबलाना को टिकट दी है जो बादली से चुनाव लड़ चुके हैं। कबलाना को ओमप्रकाश धनखड़ ने शायद इस सोच के साथ टिकट दिलाई है कि उन्हें कबलाना के वोट बैंक का बादली में लाभ हो जाएगा। बेरी से नीलम अहलावत की टिकट कटने का यही कारण हो सकता है।
पार्टी ने रोहतक में लगभग सारे उम्मीदवार नए दिए हैं।
भिवानी जिले में बाढड़ा से 2014 में विधायक रहे सुखविंदर सिंह की टिकट काट दी गई ।उन्होंने भाजपा ही छोड़ दी है।पार्टी में नए उम्मीदवार उमेद को मैदान में उतारा है । भिवानी जिले में एक मंत्री विशंभर वाल्मीकि की टिकट भी काट दी गई है लेकिन चरखी दादरी में नए उम्मीदवार के रूप में पूर्व मंत्री सतपाल सांगवान के पुत्र को टिकट दी गई है। अहीरवाल में अभी तक की टिकटों में राव इंद्रजीत सिंह को अधिमान मिला है। समझा जाता है कि पटौदी और बावल में उनकी पसंद के उम्मीदवार ही मैदान में आएंगे। पार्टी ने गुरुग्राम में सिटिंग एमएलए की टिकट काटकर ब्राह्मणों को अधिमान देते हुए मुकेश शर्मा को टिकट दी है ।वह 2014 में बादशाहपुर से चुनाव लड़ चुके हैं। भाजपा ने ब्राह्मणों को अधिमान देते हुए 7 टिकट दे दी है ।अभी ऐसे और नाम भी आने हैं। भारतीय जनता पार्टी ने पलवल में मौजूदा विधायक की टिकट काट दी है। ऐसी कोशिश होडल में भी हो रही है। दो लगातार सीटों बल्लभगढ़ और पृथला में ब्राह्मणों को टिकट दी गई है।
महिलाओं के नाम पर कालका किलोई कलानौर हिसार रतिया तोशाम कलायत मंडी अटेली में टिकट दी गई है। एक खिलाड़ी दीपक हुड्डा को महम से टिकट दी गई है। यहां शमशेर खरकड़ा पार्टी छोड़ गए हैं।
भारतीय जनता पार्टी अब कांग्रेस की सूची आने के बाद ही बाकी के उम्मीदवारों के नामों का फैसला कर सकती है ।नई सूची में भी कुछ महिलाओं के नाम आ सकते हैं ।भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस के बागी होने वाले उम्मीदवारों को भी टिकट दे सकती है।