डीपी वर्मा
दक्ष दर्पण समाचार सेवा
चण्ढीगढ ।
हरियाणा में कांग्रेस के उम्मीदवारों की सूची और लेट हो सकती है। इसका एक बहुत बड़ा कारण सामने आया है। पता चला है कि कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के नेता हरियाणा में विधानसभा में भी गठबंधन के इच्छुक हैं। मिली जानकारी के अनुसार कांग्रेस पार्टी के नेता राहुल गांधी ने भी इस मामले में रुचि दिखाई है। यह भी पता चला है कि श्री गांधी ने कांग्रेस पार्टी के एक बड़े नेता को इस संबंध में संभावनाएं तलाश करने की जिम्मेदारी सौंपी है ।पता चला है कि आम आदमी पार्टी के नेता भी 90 की 90 सीटों पर चुनाव लड़ने के बहुत पक्ष में नहीं है और कांग्रेस को छोड़कर किसी अन्य दल के साथ गठबंधन के पक्ष में भी नजर नहीं आ रहे हैं। पार्टी के कुछ नेता ले देकर हरियाणा में अपना खाता खोलने की गरज से और कुछ विधानसभा पहुंचकर बनने वाली सरकार में भागीदार होने की लालसा के दृष्टिगत इस प्रस्ताव में रुचि ले रहे हैं। ऐसे में कांग्रेस भी गठबंधन की इंतजार करके ही अपनी सूची जारी करेगी ।आम आदमी पार्टी को भी लगभग 15 उम्मीदवारों की एक सूची आजकल में जारी करनी थी जिसे अब रोक लिया गया है। जहां कांग्रेस को जीत की उम्मीद नहीं है वह सीटें आम आदमी पार्टी के लिए छोड़ कर एक उपयोगी योजना को फलीभूत किया जा सकता है। कांग्रेस पंजाब के सीमावर्ती सिरसा, फतेहाबाद, कैथल और अंबाला जिलों में कुछ सीटें आम आदमी पार्टी के लिए छोड़ने को तैयार हो सकती है। समझा जाता है कि इस बारे में फैसला एक या दो दिन में ही ले लिया जाएगा। कांग्रेस और आम आदमी पार्टी इस प्रस्ताव को सिरे चढ़ाकर पहले से बैक फुट पर खड़ी भारतीय जनता पार्टी को चुनाव में बहुत बड़ा झटका दे सकते है।