दक्ष दर्पण समाचार सेवा dakshdarpan2022@gmail.com स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने मोदी-भाजपा-संघ से मांग की कि वे कोलार कर्नाटक में एक सभा में राहुल गांधी की इस चुनौती को स्वीकार करे कि यदि वे इतने ही ओबीसी समर्थक है तो वर्ष 2011 में कांग्रेस-यूपीए राज मेें करवाई गई ओबीसी जनगणना के आंकड़े जारी करे। सत्ता, प्रशासन, न्यायपालिका में ओबीसी, एसटी, एससी को उनकी जनसंख्या के अनुपात में भागीदारी दे और आरक्षण सीमा पर 50 प्रतिशत कैप को हटाये। विद्रोही ने कहा कि यदि मोदी-भाजपा-संघ में दम है तो वे राहुल गांधी की चुनौती को स्वीकार करे। राहुल गांधी ने अप्रैल 2019 में जिस कोलार से नीरव मोदी, ललित मोदी की बैकों से की कई चोरी, विदेश भागने व नरेन्द्र मोदी की उसमें भूमिका पर जो सवाल खडे किये थे, उन सवालों का जवाब देने की बजाय सत्ता दुरूपयोग से जिस तरह इन चोरो की चोरी का सवाल उठाने पर षडयंत्र करके मोदी सरनेम के कथित अपमान के नाम पर राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता रद्द करके उन्हे 2 साल की सजा दिलवाने के बाद राहुल गांधी पर ओबीसी वर्ग का अपमान करने का जो झूठा राग मोदी-भाजपा-संघ अलाप रहा है, उसका करारा जवाब कोलार से ही रविवार को दिया गया।
विद्रोही ने कहा कि नीरव मोदी जैन, ललित मोदी मारवाडी बनिया को ओबीसी बताकर जिस तरह भाजपा-संघ के मंत्री-संतरी, सांसद, विधायक, नेता झूठ पर झूठ बोलकर ओबीसी जाति का अपमान कर रहे है, उसका करारा जवाब देने का अब समय आ गया है। यदि मोदी-भाजपा-संघ इतने ही ओबीसी समर्थक है तो वर्ष 2011 में कांग्रेस-यूपीए सरकार द्वारा की गई ओबीसी जनगणना के आंकडे सार्वजनिक करने व 2021 जनगणना में जातिगत जनगणना करवाने से मोदी सरकार क्यों भाग रही है? मगरमच्छी आंसू बहाकर ओबीसी हितैषी बनने का ढोंग करने वाले मोदी-भाजपा-संघ ओबीसी को उनकी जनगणना के आधार पर आरक्षण क्यों नही दे रहे? आरक्षण पर 50 प्रतिशत कैप हटाने के लिए मोदी सरकार आगे क्यों नही आ रही? विद्रोही ने कहा कि कोलार में राहुल गांधी की हुंकार के बाद साफ हो गया कि मोदी-भाजपा-संघ ओबीसी के नाम पर मगरमच्छी आंसू बहाकर उन्हे ठगते है और उनके लिए कुछ नही करते। उच्च वर्ग के चोरो को नकली ओबीसी बनाकर संघी जिस तरह ओबीसी समाज का अपमान कर रहे, उसका करारा जवाब देने के लिए अब ओबीसी वर्ग तैयार है।
17 अप्रैल 2023
युवा तुर्क के नाम से विख्यात रहे पूर्व प्रधानमंत्री चन्द्रशेखर जी की 98वीं जयंती पर स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने अपने कार्यालय में उन्हे भावभीनी श्रद्धांजली अर्पित की। कपिल यादव, अमन कुमार व अजय कुमार ने भी अपने श्रद्धासुमन अर्पित किये। विद्रोही ने चन्द्रशेखर जी को श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए कहा कि वे जीवनभर धारा के विपरित चलकर समाजवादी विचारधारा की लौ जगाते रहे। युवा प्रजा सोशलिस्ट पार्टी से आचार्य नरेन्द्र देव के नेतृत्व में राजनीति की शुरूआत करने वाले चन्द्रशेखर 1962 में राज्यसभा सदस्य बने और फिर कांग्रेस में शामिल हुए। लेकिन कांग्रेस में रहते हुए अपने पाक्षिक पत्र यंग इंडिया के माध्यम से वे युवा तुर्क के रूप में विख्यात रहे और आपातकाल का विरोध करने पर कांग्रेसी सांसद होने पर भी जेल में डाले गए। जनता पार्टी का शासन आने पर वे 1977 में जनता पार्टी के अध्यक्ष बने और फिर वीपी सिंह सरकार गिरने पर कांग्रेस के सहयोग से 1990 में देश के प्रधानमंत्री भी बने। विद्रोही ने कहा कि चन्द्रशेखर जी मृत्युपर्यंत तक आम आदमी की आवाज उठाकर व्यवस्था के विरोध में खड़े रहे। उनकी जयंती पर उन्हे शत-शत नमन।