दक्ष दर्पण समाचार सेवा dakshdarpan2022@gmail.com
नई दिल्ली
अतीक अहमद पर लगभग 100 मुकदमे दर्ज हैं। एक मामले में उसे उम्र कैद की सजा हो चुकी है।
अपराध की दुनिया में अतीक अहमद विशेषकर यूपी में एक बड़ा नाम है.। जानकार कहते हैं कि अपराध के मामले में उसके परिवार ने उसे खूब सपोर्ट किया परंतु आज स्थिति यह है कि अतीक की पत्नी, उसके भाई, , बहन भी कई मामलों में आरोपी हैं. लगभग सभी के खिलाफ केस दर्ज रहे हैं। इनमें से अधिकांश पर पुलिस ने ज्यादातर पर इनाम घोषित कर रखे हैं. उमेश पाल हत्याकांड में अतीक का बेटा असद भी आरोपी था. यूपी एसटीएफ की टीम ने उसे मुठभेड़ में मार गिराया। जानते हैं । बताते हैं कि बेटे के मारे जाने की खबर पति को पता चली तो वह कोर्ट में था और फूट-फूट कर रोने लगा फिर चक्कर खाकर गिर गया। मौके पर उसने कहा कि सब उसकी ही वजह से हुआ है।
खबर यह है कि माफिया डॉन अतीक अहमद को यूपी एसटीएफ ने गुरुवार को बड़ा झटका दिया. उसने झांसी में उसके तीसरे नंबर के बेटे असद और उमेश पाल हत्याकांड के शूटर गुलाम को मार गिराया ।. 24 फरवरी को अतीक के इशारे पर ही उमेश पाल को प्रयागराज में दिनदहाड़े गोलियों से भून दिया गया था।हमले में उमेश पाल और उसके दोनों गनर मारे गए थे.। अतीक पर इस तरह का यह पहला आरोप नहीं है। इससे पहले भी कई मामलों में उसके नाम का जिक्र आता रहा है. उस पर 44 साल में 100 से ज्यादा केस दर्ज हैं लेकिन उमेश पाल किडनैपिंग केस में उसे पहली बार सजा सुनाई गई ।. उसे कोर्ट ने उम्रकैद की सजा सुनाई है. अतीक के अलावा उसकी पत्नी शाइस्ता परवीन पर 3, बेटे अली पर 4, बेटे उमर पर एक केस दर्ज हैं. अतीक के तीसरे बेटे असद पर हाल में ही केस दर्ज किया गया था. आइए, जानते हैं माफिया अतीक अहमद और उसके पूरे परिवार की क्राइम कुंडली.
अतीक अहमद:
साल 1979 की बात है. उस वक्त इलाहाबाद के चाकिया मोहल्ले में फिरोज अहमद का परिवार रहता था, जो तांगा चलाकर परिवार का गुजर-बसर करते थे. फिरोज का बेटा अतीक हाईस्कूल में फेल हो गया था. इसके बाद पढ़ाई लिखाई से उसका मन हट गया. उसे अमीर बनने का चस्का लग गया. इसलिए वो गलत काम धंधे में पड़ गया और रंगदारी वसूलने लगा. महज 17 साल की उम्र में उसके सिर हत्या का आरोप लग चुका था. उस समय पुराने शहर में चांद बाबा का दौर था. पुलिस और नेता दोनों चांद बाबा के खौफ को खत्म करना चाहते थे. लिहाजा, अतीक अहमद को पुलिस और नेताओं का साथ मिला, लेकिन आगे चलकर अतीक अहमद, चांद बाबा से ज्यादा खतरनाक साबित हुआ.
नोएडा, दिल्ली, अजमेर… कहां-कहां छिपे थे असद और गुलाम, फिर कैसे पहुंचे झांसी?
अतीक अहमद के बेटे असद का झांसी में एनकाउंटर, उमेश पाल मर्डर केस में अब तक 4 शूटर ढेर
अतीक अहमद जून 1995 में लखनऊ में हुए गेस्ट हाउस कांड के मुख्य आरोपियों में से एक था, जिन्होंने मायावती पर हमला किया था. मायावती ने गेस्ट हाउस कांड के कई आरोपियों को माफ कर दिया था, लेकिन अतीक अहमद को नहीं बख्शा. मायावती शासन काल में अतीक अहमद पर कानूनी शिकंजा कसने के साथ-साथ उसकी संपत्तियों पर बुलडोजर चलाने से लेकर कई बड़ी कार्रवाई हुई थी. अतीक सलाखों के पीछे ही रहा. मायावती ने प्रयागराज में उसकी राजनीतिक पकड़ को कमजोर ही नहीं बल्कि पूरी तरह से खत्म कर दिया था. अतीक पर 3 बार गैंगस्टर एक्ट भी लग चुका है. उस पर हत्या, हत्या के प्रयास, अपहरण और धमकी देने जैसे गंभीर आरोप में 100 से केस दर्ज हैं. हाल ही में प्रयागराज कोर्ट ने उसे उमेश पाल अपहरण केस में आजीवन कारावास की सजा सुनाई है.
अशरफ अहमद: अशरफ अतीक का छोटा भाई है. वह बरेली जेल में बंद है. उसे उमेश पाल हत्याकांड में साजिश रचने का आरोपी बनाया गया है. उस पर पहला केस साल 1992 में दर्ज हुआ था. पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक अशरफ पर 52 केस दर्ज हैं. अशरफ पर हत्या, हत्या की साजिश रचने और रंगदारी मांगने के मामलों में केस दर्ज हैं. यूपी विधानसभा के सदस्य रह चुका है. पिछले दिनों जब अशरफ को प्रयागराज जेल लाया गया था, तब उसने कहा था कि यूपी सरकार मेरा एनकाउंटर करवाना चाहती है मुझे दो हफ्ते में निपटा दिया जाएगा.
मोहम्मद उमर: यह अतीक का सबसे बड़ा बेटा है. अतीक के जेल जाने के बाद उमर ही कारोबार संभाल रहा था. इस पर दो केस दर्ज हैं. उमर पर कारोबारी मोहित जायसवाल के अपहरण का केस दर्ज है. वह लंबे समय से फरार चल रहा था लेकिन दो लाख रुपये की ईनाम की घोषणा के बाद उसने अगस्त 2022 में सरेंडर किया था. इस मामले में उस पर आरोप भी तय हो चुके हैं. फिलहाल उसे सीबीआई ने गिरफ्त कर रखा है.
मोहम्मद अली: यह अतीक का दूसरे नंबर का बेटा है. यह 50 हजार का ईनामी है. इस पर छह केस दर्ज हैं. जुलाई 2022 में इसने सरेंडर कर दिया था, जिसके बाद से वह जेल में है. उस पर पांच करोड़ की रंगदारी मांगने और हत्या की धमकी देने का आरोप लगा था.
असद अहमद: यह अतीक का तीसरे नंबर का बेटा था. इसके ही एसटीएफ ने झांसी में मार गिराया है. यह उमेश पाल हत्याकांड का आरोपी था. वह 24 फरवरी से फरार चल रहा था.
शाइस्ता परवीन: यह अतीक अहमद की पत्नी है. 1996 में इसकी अतीक से शादी हुई थी. इसे पुलिस ने उमेश पाल हत्याकांड में आरोपी बनाया है. इस उमेश पाल की हत्या करने वाले शूटर्स से मुलाकात की थी. इस पर भी चार केस दर्ज है. यूपी पुलिस ने इस पर भी इनाम घोषित कर दिया है.
आयशा जैनब: उमेश पाल हत्याकांड में पुलिस ने अतीक की बहन आयशा नूरी, दो भांजी, अशरफ की पत्नी जैनब को आरोपी बनाया है. आयशा और उनकी बेटी उनाजिला पर आरोपी असद और गुड्डू मुस्लिम को आयशा ने पनाह दी थी. आयशा ने उनकी आर्थिक मदद की. आयशा का पति अखलाक गिरफ्तार हो चुका है. वहीं जैनब पर उमेश पाल हत्याकांड की साजिश रचने और तथ्य छुपाने का आरोप है.