संघर्ष की गर्म हवाओं के थपेड़ों ने इन बच्चों को बहुत कुछ दिया हुड्डा साहब’ – दिग्विजय चौटाला। अपने बेटे को स्थापित करने के लिए स्वार्थ की हर हद तक जा रहे हैं भूपेंद्र हुड्डा – दिग्विजय।भूपेन्द्र हुड्डा द्वारा बच्चा कहने पर जेजेपी प्रधान महासचिव ने किया पलटवार।

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 – डीपी वर्मा

दक्ष दर्पण समाचार सेवा dakshdarpan2022@gmail.com

चंडीगढ़, 13 अप्रैल। जननायक जनता पार्टी के प्रधान महासचिव दिग्विजय चौटाला ने कांग्रेस नेता भूपेन्द्र सिंह हुड्डा के एक बयान पर तीखी प्रतिक्रिया जाहिर की है। दिग्विजय ने कहा कि हम बच्चे उस दिन जरुर थे, जिस दिन षड्यंत्र के तहत हमारे दादाजी व पिताजी को भूपेन्द्र हुड्डा ने जेल भेजकर राजनीतिक तौर पर हमें खत्म करने का प्रयास किया था और हमें विदेश से अपनी पढ़ाई छोड़कर अपने परिवार को संभालने आना पड़ा था।  उन्होंने कहा कि वक्त के साथ संघर्ष रूपी गर्म हवाओं के थपेड़े खाकर हमने बहुत कुछ सीखा और हरियाणा की जनता के आशीर्वाद से आज हम लोगों की सेवा कर रहे हैं। दिग्विजय ने कहा कि भूपेन्द्र सिंह हुड्डा आज भी अपने 45 वर्षीय बच्चे को एडजस्ट करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं जबकि जनता के आशीर्वाद से और खुद संघर्ष करके दुष्यंत चौटाला अपनी कलम से हरियाणा के सुनहरे भविष्य की इबारत लिख रहे हैं।

जेजेपी प्रधान महासचिव दिग्विजय चौटाला ने कहा कि उन्हें  तो संघर्ष विरासत में मिला है। उन्होंने कहा कि 2013 में जब हमें पढ़ाई छोड़कर राजनीति के मैदान में आना पड़ा तब हमारे पिता और दादा जेल में थे जबकि भूपेंद्र हुड्डा सीएम थे और उनके बेटे सांसद थे। बीते 10 साल में हमने राजनीतिक संघर्ष के कई मुकाम देखे हैं और अपनी पार्टी की पहचान बनाई है जबकि जनता ने भूपेन्द्र हुड्डा के साथ उनके द्वारा रचे गये षड्यंत्र का पूरा न्याय किया और इन 10 सालों में कांग्रेस हरियाणा में कोई भी लोकसभा या विधानसभा का चुनाव नहीं जीत पाई। दिग्विजय ने कहा कि हमें तो अपनी खुद की पार्टी से निकाले जाने के संघर्ष का भी सामना करना पड़ा, जनता के आशीर्वाद से जेजेपी का गठन हुआ और वह दिन भी आया कि हुड्डा को सत्ता तक पहुंचने के लिए हमारी तरफ देखना पड़ा था लेकिन हुड्डा का अहंकार बीच में आ गया।

दिग्विजय चौटाला ने कहा कि देश की सबसे पुरानी पार्टी के हरियाणा में कर्ता धर्ता होने, 10 साल तक सीएम रहने के बावजूद भूपेंद्र हुड्डा को अपने पुत्र को पिछले दरवाजे से संसद में भेजना पड़ा। उन्होंने कहा कि दीपेंद्र हुड्डा को उस राज्यसभा का सदस्य बनवाया जिसके लिए बारात का घोड़ा जैसी असंवैधानिक टिप्पणी हुड्डा किया करते थे, वो भी दलित नेता कुमारी सैलजा का हक मारकर। दिग्विजय ने कहा कि भूपेन्द्र हुड्डा के लिए राजनीति में एकमात्र लक्ष्य अपने बच्चे को राजनीति में स्थापित करना है लेकिन दुष्यंत चौटाला उसमें एक रोड़ा हैं, इसीलिए दोनों पिता पुत्र गाहे बगाहे, सुबह शाम सिर्फ दुष्यंत चौटाला को कोसते रहते हैं।

दिग्विजय सिंह चौटाला ने कहा कि जब भूपेन्द्र हुड्डा मुझे राजनीति में बच्चा कह रहे हैं तो मार्च 2019 में दिल्ली के यूपी भवन में मुझसे बातचीत क्यूूं की। दिग्विजय ने कहा कि यदि मुझे बच्चा मानते हैं तो वरिष्ठ कांग्रेसियों ने अक्तूबर 2019 में बार-बार मुझसे फोन पर बात क्यूं की। दिग्विजय ने कहा कि भूपेन्द्र हुड्डा बार-बार अपने एक पुराने बयान दिखाकर कहते हैं कि वे हमारे सभी मुद्दों पर सहमत थे, लेकिन हुड्डा मीडिया में यह बयान सिर्फ जेजेपी पर दबाव बनाने की रणनीति के तहत दे रहे थे, लेकिन निजी बातचीत में लगातार एक ही स्टैंड पर अड़े रहे कि पहले समर्थन का ऐलान करो फिर बाकी मुद्दों पर बात होगी। दिग्विजय ने कहा कि दिखाया जा रहा बयान भी उस वक्त का है जब 24 अक्तूबर को मतगणना चल रही थी। दिग्विजय ने कहा कि इसीलिए मैं कहता हूँ कि भूपेन्द्र हुड्डा के मुंह में राम और बगल में छुरी है। दिग्विजय ने कहा कि वे भूपेन्द्र हुड्डा से हुई सभी मुलाकात और बातचीत का ब्यौरा सार्वजनिक करने को तैयार हैं। दिग्विजय ने कहा कि मैं यह भी सार्वजनिक करने को तैयार हूं कि किस व्यक्ति के माध्यम से भूपेन्द्र हुड्डा से बातचीत हुई थी। दिग्विजय चौटाला ने कहा कि उसके बाद भूपेन्द्र हुड्डा मुंह दिखाने लायक नहीं रहेंगे। दिग्विजय चौटाला के कहा कि कुछ दिनों के लिए वे निजी कार्यक्रमों में व्यस्त हैं और वापिस लौटने पर हुड्डा परिवार से संबंधित बड़े खुलासे मीडिया से खुद रुबरु होकर करेंगे।

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