दक्ष दर्पण समाचार सेवा dakshdarpan2022@gmail.com
चण्डीगढ़; समाज में तरह तरह की ठगी किए जाने की खबरें सामने आती रहती हैं ।न जाने क्यों लोग यह जानते हुए भी इस गलतफहमी में गलत काम कर लेते हैं कि झूठ के पांव नहीं होते। कानून के हाथ बहुत लंबे होते हैं। गलती की सजा भुगतनी होती है। देर सबेर अपराधी समाज या पुलिस की पकड़ में आ ही जाता है लेकिन फिर भी लोग मानते नहीं।
एक खबर आपको यही बात सोचने पर मजबूर कर देगी कि निश्चित तौर परअपराधी प्रवृत्ति का व्यक्ति खुद को कानून से बड़ा समझकर चलता है और जीवन में बडे से बड़ा रिस्क ले लेता है । देखा जाए तो ऐसा व्यक्ति किसी का भी नहीं होता।
आप यह जानकर हैरान होंगे कि हरिद्वार में एक राज मिस्त्री ने खुद को सीबीआई का डीसीपी बनकर एक लड़की से शादी करने की योजना बना ली। सगाई भी हो गई परंतु शक होने पर की गई शिकायत के बाद उसकी कलई खुल गई और पुलिस ने उसे उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से गिरफ्तार कर लिया।
पता चला है कि वसीम आजम नाम के इस व्यक्ति ने 1 वर्ष पहले बहादराबाद की एक युवती से खुद को सीबीआई का डीसीपी और अपनी पोस्टिक पंजाब में पटियाला बताकर सगाई की थी परंतु उसकी हरकतों से युवती के भाई को शक हो गया और उसने 8 दिसंबर 2022 को बहादराबाद थाने में शिकायत दर्ज करा दी। पुलिस ने सीबीआई के दिल्ली और देहरादून कार्यालयों में वसीम आजम के दस्तावेजों की पड़ताल कराई तो सब के सब फर्जी पाए गए। बाद में पुलिस ने उसे सहारनपुर से गिरफ्तार कर लिया और कोर्ट में पेश किया ।कमाल की बात यह है कि बाद में यह पता चला कि वह तो राजमिस्त्री है और दैनिक दिहाड़ी से अपना गुजारा करता है।